Ayushi Dhaked   (Ayushi Dhaked✍️)
39 Followers · 18 Following

Joined 2 July 2019


Joined 2 July 2019
17 MAR 2022 AT 0:47


हां बुने है मैंने भी कुछ सपने अपने,
जिनको होता पूरे देख मैं चाहती हूं।

हां जिंदगी एक ही है मेरी,
तो मैं भी उसे जीना चाहती हूं।

है तमन्नाएं मेरी कुछ कर दिखाने की,
पर कभी-कभी लगता है, कि मुश्किल तो है
पर फिर याद आता है, करने की तो मैं पूरी कोशिश करूंगी।

क्योंकि हर किसी की जिंदगी इतनी आसान तो नहीं होती,
इसीलिए मन से एक आवाज आती है
मुश्किल तो है पर करने की पूरी कोशिश तो करूंगी ही।

जिम्मेदारियां हैं कई मुझ पर,
फिर भी है मुझे भरोसा खुद पर।
कुछ कर दिखाना चाहती हूं,
खुद के डर को हराना चाहती हूं,
हौसला रख कर खुद पर सबको यह जताना चाहती हूं
की मैं भी कुछ खास हूं।

मुश्किल तो है पर कोई नहीं, करने की पूरी कोशिश करूंगी।

-


29 JAN 2022 AT 18:41

वो नदी के किनारे और पहाड़ों की ऊंचाइयाॅं,
समुंदर कि लहरें और झरनों की किलकारियां।
बर्फीला मौसम हो और खुला रास्ता भी,
वो खुला आसमां हो और हल्की सी हवा भी।
साथ में हरियाली हो और पक्षियों कि आवाज़ भी,
एक छोटी सी झोपड़ी हो और वहां खाना भी
बस कुछ ऐसे ही सफ़र पर जाना चाहती हूॅं।

वो train का सफ़र और favourite song,
साथ में गर्म चाय और मेरे popcorn
वो Flight की खिड़की से बादलों को देखना,
और फिर पंख फैलाकर उड़ने का सपना।
वो कश्ती में सवार होकर चलते जाना,
और साथ में पानी की रफतार से भी डरते जाना।
वो खुली सड़कों पर बिना रुके चलते जाना,
और हां पहाड़ों पर tracking भी तो है करना।
हाॅं, बस कुछ ऐसे ही सफ़र पर जाना चाहती हूॅं।

वो शाम की ठंडी हवा में टहलना,
और दूर तक चलते जाना।
वो Garden में घंटो तक बैठना,
और फूलों की खुशबू को इकट्ठा करना।
साथ में झूले और कुछ भागम भाग भी,
और फिर रात को थक कर सोना भी है जरूरी।
बस हां, कुछ ऐसे ही सफ़र पर जाना चाहती हूॅं।— % &

-


26 JAN 2022 AT 15:33

छोटी सी बेटी
और पापा की वो गोदी।
जब आई इस दुनिया में
तो लाई ढेर सारी खुशियां।
वो उसकी ढेर सारी शरारतें और मस्तियां
फिर रोते रोते सबकी करदे छुट्टियां।
वो इसकी खिल खिलाती हंसी
और गुदगुगी करने का खेल,
पापा और बेटी
इन दोनो का है ये मेल।— % &

-


26 JAN 2022 AT 15:23

नन्ही सी वो परी,
अब धीरे धीरे हो रही है बड़ी।
पापा की गोद से उतरकर,
अब पकड़े वो हाथ की उंगली।
अब छोटी छोटी बातों पर रोने के बजाए,
करे वो बातें बड़ी बड़ी।
बहला फुसलाकर करवाले
वो सारी फरमाइशें अपनी पूरी।
बस रूठना मनाना चाहिए उसे
और पापा कहें यही तो है मेरी लाडली परी।— % &

-


30 NOV 2021 AT 0:05

If people think
that you are nothing,
so let them think
but you never let
yourself think
the same, okay...

-


7 NOV 2021 AT 14:07

We are the one who can only see it,
We are the one who can achieve it,
We are the one who can also prove it,
Then what else we are waiting for,
let's do it..do it.

-


25 OCT 2021 AT 23:26

मैं अंधेरे में उजाला करने
का हौंसला रखती हूं।
इस दिल में सभी को प्यार देने
का जज़्बा भी रखती हूं।
ऐसे ही नहीं कहते कुछ लोग मुझे पागल,
उन सबसे निपटने का हौंसला भी
खुद ही रखती हूं।

-


20 MAY 2021 AT 14:22

एक किस्सा होता है,
और फिर वही किस्सा,
जिंदगी का हिस्सा भी होता है।

-


17 FEB 2021 AT 17:14

सुन तो सही✍️

सुन तो सही,
ज़रा तू मुस्कुरा कर देख।
अरे! आइने में ज़रा खुद की smile को तो देख।
तू किसी और की बात सुन या ना सुन,
पर अपने मन की बात
एक बार ज़रा गौर से सुनकर के तो देख।

-


6 FEB 2021 AT 22:14

जब भी इस सफ़र के बीच में थक जाओ,
तो बस थोड़ा रूक कर,
ये पंक्तियां पढ़कर,
और मुस्कुरा कर...आगे बढ़ जाना।
और यदि ये पंक्तियां पसंद ना आए,
तो हमें ज़रूर बताना।

-


Fetching Ayushi Dhaked Quotes