हाथ थामकर मेरे कदम बढ़वाएं ही क्यों
तेरे साथ चलने का यकीन दिलाया ही क्यों
जब अलविदा ही कहना था तो
सपनों का घर सजाया ही क्यों-
आती है तेरी खुशबु साईं आज भी मेरे ख्वाबों में🤗
रोज़ करती हूँ बातें तेरी,शिर्डी से लाई सूखते गुलाबों से 🌹🥰
#आयुषी "साईं की वीरा "✍🏻🤗-
शब्दों कि दुनिया में कदम रखना आसान नही होता ✍🏻
हर बार अपने ज़ख्मों को पन्नों में उतारना आराम नही देता✍🏻😇
#आयुषी "साईं की वीरा "✍🏻🤗
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हो सकता है आज शब्द मेरी शायरी के फीके लगे तुमको
कल रंग नहीं मिटा पाउगे लफ्ज़ो में जब चढ़ाकर देंगे तुमको
#आयुषी ✍☺-
ना जाने कितने शब्द छूटेंगे, ना जाने कितने एहसास टूटेगे
वक्त बाद पकड़ी है कलम मैने, ना जाने कितने अल्फाज रूठेगे
#आयुषी✍🏻☺️-
ना चाह ना आरज़ू खुद को साबित करने की अब
चलो खुद ही कटघरे में खड़ी हो जाती हूँ अब
तू जितने चाहे इलज़ाम लगाना,
अपने दर्द का मुझे गुनेहगार बताना
ये वादा है अब कोई पैरवी नही होगी
ना मलाल किसी बात पर ना शिकायत होगी
हाँ जानती हूँ मैं ये लिखने पर भी तुझे उल्फत होगी
यकीन करना ये तहरीर बस मेरे ही करीब होगी
# आयुषी ✍🏻☺️-
मन में समाई हैं ख़्वाहिशे जैसे 💞
रूह में शामिल तेरी मौजूदगी वैसे 😍
# आयुषी ✍🏻☺️-
तू मेरे पास है मुझे इसका एहसास है🥰
राखी इक क दिन का नही हर पल का त्यौहार है 😍
#आयुषी ✍️☺️
Luv u lottttt mere Sai Veere ❣-