मैं आज भी तुमको वैसे ही खोजता हूं
जैसे मरता हुआ पानी को
जैसे डुबता हुआ किनारे को
जैसे हर माली सुंदर फूल को.....
-
तुमने यू मेरा हाथ छोड़ दिया कम से कम मेरी
गलतियों को तो सुन लिया होता
तुमने यू मेरा हाथ छोड़ दिया कम से कम एक बार
मेरी तरफ देखा तो होता
मैं आज भी यही हूं तेरा इंतेज़ार करता हुआ-
आज भी ये वक़्त वही रुका है जहाँ तूने हाथ छोड़ा है
आज भी ये सूरज वही रुका है जहाँ तूने साथ छोड़ा है
एक बार मेरी गुनाहों की माफी दे दो क्योंकि आज भी ये समा वही पर रुका है-
ये दिन ढलता है तुम्हारी आँखों की चमक में
ये रात आती है तुम्हारी झुलफो की महक से
ये साँसे चलती है तुम्हारे देखने से और
ये धड़कनें चलती है तुम्हारे शब्दो से।।
-
इज़हारे ए इश्क़ भी करते तो डरते है,
तुमको खोने से आज भी डरते है,
तुम साथ चलती तो हो मेरे
पर आज भी वो हाथ पडकने से डरते है।।।-
अब आता है यही इस मन में
बुला लू तुझे अपनी बाहों में
पर ना जाने ये क्या होगया है
शायद मैं या मेरा खुदा सो गया है
ये बाहे अब उठती नही और आंखे ये खुलती नही
न जाने क्यों अब ये रातें रुकती नही
-
तेरी बाहों में रहना और तेरे साथ ही चलना
आखिरी सांस तक बस तुझको ही अपना बनाना-
मेरी आँखें आज भी तुमको वैसे ही ढूढते ही
जैसे मरते हुआ सास को और जीता हुआ इंसान रिश्तो को
तुमने इंसान बनाके अच्छा किया अपने लिए काबिल बनने के लिए मुझे एक कदम आगे करदिया।।-