अब वो दूर होने लगे,
जो कभी अपने से लगे;
अब वो टूट कर चूर होने लगे,
जो कभी सचे सपने से लगे।-
एक बेटी,
एक बहन,
एक दोस्त,
आखिर जीत गयी,
निर्भया आखिर जीत गयी,
मौत के बाद,
उन हैवानो से लड़ाई में,
7 साल से सच की लड़ाई में,
7 साल के झूठ से लड़ाई में,
हा थोड़ी देर से,
पर आखिर जीत गयी।-
हा में हार गया,
अपनो से,
मोहोब्बत से,
दोस्तो से,
हा में जीता नहीं,
जीत तो जाता
लेकिन डरता था
उनको खो देता कहीं-
हम तो अपनो से परेशान है,
दुसरो की क्या बात करे,
अपने ही घर मे अब हम मेहमान है,
दुसरो की क्या बात करे।-
आज फिर मायूसी छाई है,
ये दूरियाँ फिर रंग लाई है,
दर्द भी अब साथ छोड़ गया,
साथ मेरे सिर्फ तन्हाई है।-
चलो दूर हो जाते है,
आख़िर पास रह कर भी तो,
हम खुद को तन्हा पाते है,
चलो दूर हो जाते है।
कही दिन के अंधेरे में,
किसी और से रिश्ते के फेरे में,
हम बंध जाते है,
चलो दूर हो जाते है।
साथ बिताये हर लमहों को,
ली गई हर एक कसमों को,
हम भूल जाते है,
चलो दूर हो जाते है।-
मानता हूँ कि में कोई खास नही था,
मेरे लिए तेरा कोई जज़्बात नही था,
पर मेरा ये प्यार का एहसास सही था,
तेरी तारीफ में किया गया हर बात सही था।-
हाँ थोड़ा नादान हुँ मैं,
क्योंकि अपने जिंदगी को लेकर
थोड़ा परेशान हु मैं।
हा गलती मेने किया,
हा तुमको खुद से दूर
करने की नादानी मेने किया।
अब वापस नही मांग रहा तुझे,
बस एक सवाल था,
तू खुस तो है न,
कोई दर्द तो नही तुझे ?-
वो भी online है,
मैं भी online हुँ,
बस अब बातें नही होती,
वो मुलाकातें नही होती,
मीठी सी वो रातें नही होती।-
न जाने क्या हुआ है मुझे,
तू पास आती है,
तो मैं दूर जाता हुँ,
तू दूर होती है,
तेरे पास आना चाहता हुँ।
न जाने क्या हुआ है मुझे,
तू नही होती है,
तो तुझे याद करता हुँ,
पर तेरे आते ही,
तुझपर गुस्सा होता हुँ।-