कोई दुआं पूरी होकर भी
अधुरी सी लगती है-
कुछ समझनेकी
कुछ सिखने की
कुछ कहने की
कुछ करने की
कुछ लिखने की
कोशिश कर र... read more
कुछ लोग कभी किसी से प्रेम नहीं करते
उन्हें प्रेम है अपने आप से ।
उन्हें प्रेम है अपनी सोच से ।
उन्हें प्रेम है अपनी अना से।
उन्हें प्रेम में सिर्फ आकर्षक पसंद है ।
उन्हें प्रेम लगता है सिर्फ छलावा।
उन्हें प्रेम में अपना आप पसंद है तुम नहीं ।
उन्हें प्रेम में झुकना लगता हैं बेइज्जत होना।
उन्हें पा लेना तो पसंद है हो जाना नहीं ।
उन्हें प्रेम में तड़पना, रोना लगता है सिर्फ गल्प ।
और वहीं लोग
ढूंढ़ते हैं
चाहते है
और बहुत चाहते है
क्या
,"सच्चा प्रेम "
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Maine har hal me ji ke dekha hai
Chain duniya ke is jannat me nahi hai-
Na hakikato me koi sachchayi
Na iman hai uske bat me
Na jaraye lamha nizat me
Na sawab hai kishi kam me
Na achchhayi hai uski daulat
Na sukoon uske khawab me
Wo julm karta hai is kadar
Mitha zahar hai uske lafz
Ki sach kaid hai uske jale alfaz me-
Gam-e ulfat me dard ban ke barsta hai
tanha hizr me yad ban ke barsta hai
Kabhi sahra me pyas ban ke barsta hai
Ab to khawab aankho se barsta hai
Ai badal barsana hai to ab ke sukoon ka baras
Tu ye aziyat de ke dil ko kyu barsta hai
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Kabhi kabhi zindagi me kishi bat se farak nhi padta
Na kishi khushi se na gam se
Na kishi ke aane se na kishi ke jane se
Na kishi ko khone se na kishi ke pane se
Na bikharne se na swarne se
Sayed Zindagi gamo ki doop se
udasiyo ke chhaw me aa jati hai
Isliye nhi farak padta kishi bat se
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ख्वाब अच्छे थे बस नादानी मे
क्यों बड़े हो गए हम कहानी मे
पहले बिना वजह ही मुस्कुराते थे
अब बस खो गए है परेशानी मे
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मेरे सबसे प्यारे दोस्त
क्यो ना कुछ दिनो के लिये आप कही चले जाओ और मेरा पेपर हो जाये तभी आना |
वरना आप की वजह से मै फेल ना हो जाऊ
आपकी वजह से मै निकम्मी, कामचोर ,आलसी जैसे खिताब से नवाजी गई हू |
रोज यू ट्यूब पर आलस दूर करने का उपाय देखती हूँ कल सोचा आप को पत्र लिखू मगर आलस की वजह से लिख ना पाई
आपकी बहुत मेहरबानी होगी |
आपकी परम मित्र ......-