दीवानी दीवानों सी बात न करें तो और क्या करे , हम तुझ से मिलने को फरियाद न करे तो क्या करें , बरस बीत गए दीदार को तेरे , तुझ पर नाराजगी भी न दिखाए तो और क्या करें ।
गले का हार पहनाने वाले बहुत मिलेंगे, झुक कर पायल पहनाने वाला मिले तो बताना 😉 मोहब्बत करने वाले बहुत मिलेंगे , निभाने वाला मिले तो बताना 😉 जूठी महफिल में घुमाने वाले बहुत मिलेंगे , जिंदगी के सफर में साथ ले कर चलने वाला मिले तो बताना ।
लाख आरजू समेटे हुए आए हैं इन आखों में लेकिन किसी से साझा करने की हिम्मत नही । यू तो मिलते बहुत है जबान से सुनने वाले लेकिन हमे देख कर समझने वाला कोई नहीं। था एक वो हसी चेहरे वाला लेकिन अब वो भी साथ रहा नही । छोड़ दिया तन्हा हमे महफिल में क्योंकि उसका जोर चला नही ।
ना जाने कहा खो से गए हैं, वो आशिक जो रूहानी मोहब्बत किया करते थे । अब तो इश्क के बाजार में आशिकों की आशिकी जिस्म से शुरू हो कर जिस्म पर ही खत्म हो जाती है। आशिक तो उस दौर में हुआ करते थे , जो महबूब के आंखो से मोहब्बत किया करते थे। अब तो जिस्मों की नुमाइश के बाद भी सच्चा आशिक देखने को नहीं मिलता।
हाथ कांपने लगे है अब , कुछ ऐसा ही हाल पैरो का भी है , चेहरे की रंगत बदल से गई है , सुकून कही नजर आता नही , ऐ जहनसी अब लौट आओ , तेरे बगैर अब दिल लगता नहीं । फासले ये कम हो रहे नही , तेरे बगैर तो अब नब्जो ने भी धोखा दे दिया , ऐ जहनसी अब लौट आओ , तेरे बगैर अब दिल लगता नहीं । कही उही नही खो जाए तेरे इंतेजार के समंदर में , ऐ जहनसी अब तो लौट आओ हमारे दिल के बाजार में । क्युकी सच में अब तेरे बगैर कही दिल लगता नहीं ।
लम्हा लम्हा खुद को संभाला है , तेरे बगैर खुद को जीना सिखाया है। बनाया है खुद को इस कदर कि तेरे बगैर जीना आया है, तेरे बगैर खुद को जीना सिखाया है , खुद को जीना सिखाया है। मत कर बेदखली हमारी जिंदगी में , क्युकी सबने तेरे को भुलाया है , सबने तेरे को भुलाया है ।
Aaj kuch Hariyanvi tone mai उसका यू कहना कि तु प्यार नही करती मेरे ते और मेरा यू कहना जा उसके धोरे जो करता हो घना प्यार मेरे ते बस यही बाता ते जुड़ी हैं डोर हम दोना की ना तो घने ही लोग आए बीच हम दोना की
वो मेरी है मेरी है कहने वाले बहुत मिलेंगे, मै उसका हूं कहने वाला मिले तो बताना। मोहब्बत करना आसान है , निभाने वाला मिले तो बताना । सात जन्मों की बाते करने वाले बहुत मिलेंगे , निभाने वाले मिले तो बताना ।