जो साथ है वो आपके ही हो ये जरूरी नही वक़्त के साथ चले जायेंगे जरूरी नही की रुके ही वक़्त के साथ रिश्तों की एहमियत भी कम हो जाती है प्यार हर मौसम एक सा हो ये जरूरी नही
रिश्ते भी बहुत मुश्किलो से बनते है क्योंकि वो एहसासो की छाँव मे पलते है जिनको तोड़ना है तो उन्हें क्या ही फ़र्क पड़ता है उनके लिए तो रिश्ते फरेब से चलते है