अवनीश पाण्डेय   (**अवनीश पाण्डेय**)
1.1k Followers · 1.8k Following

आकर्षण तो हर जगह होता है,पर समर्पण कहीं कहीं होता है।
Wtsp No.9415503407
Joined 1 April 2019


आकर्षण तो हर जगह होता है,पर समर्पण कहीं कहीं होता है।
Wtsp No.9415503407
Joined 1 April 2019

किसी एक के चले जाने से जीवन सम्पन्न नहीं होता, लेकिन किसी एक के चले आने से जीवन प्रारम्भ हो जाता है ......💐💐😊

-



जाते हैं सब छोड़ तू नन्हीं कहीं न जाना
मई जून की गर्मी में मेरे मंदिर आना..

नभ भूमंडल में विचरण करती
कानन के दुःख को तुम हरती
चंचल चतुर फुदकते पर से
धूल कणों में तुम हो सजती

थके हुए हारे पंखों को विश्राम यहीं कर जाना
मई जून की गर्मी में मेरे मंदिर आना....💐💐

20 मार्च गौरैया दिवस
:-अवनीश पाण्डेय

-



तुम जग का दीपक बन जाना,
मैं होली का रंग बनूँ,
तुम तम को प्रकाशित करना,
मैं तेरा अनुराग बनूँ।।

होली पर्व की शुभकामनाएं 💐💐

-



जिस शरीर के साथ हम पैदा हुए है इस शरीर के ही जिम्मेदार हम नहीं है, परन्तु अपने चरित्र, व्यक्तित्व तथा जिस किरदार के साथ जब हम विदा होंगे तो उसके जिम्मेदार हम स्वयं है .......

-



जब टूट के बिखर जना, तब किसी की आवाज बनना
जब कोई हवा तुम्हें बुझाने लगे, तो अंधेरे का प्रकाश बनना,
जब डर तनहाई सताने लगे, तो दहकता हुआ मशाल बनना,
जब तुम्हें लोग जला दें, तो तुम बेशुमार राख बनना ......
तुम्हारे जीवन में कुछ बचे या ना बचे, लेकिन एकबार फिर से भागवत का सार बनना...

-



इंशान किसी के सुख को देखकर सुखी शायद न हो पाए लेकिन दुःख पड़ने पर और किसी को दुःख में रहता देखकर अपना जीवन जी लेता है ....

-



ज़िन्दगी का कोई पहलू छूटा नहीं
मग़र ठीक से अभी जिया भी नहीं..
हाथों से अपना कोहिनूर हमने फिसलते देखा
वो बचपन से जवानी के पल का आज पता भी नहीं....
हल्की-हल्की महक सी याद हरपल आती है,
मेरा बेचैन दिल आज भी सँभलता नही.....
अभी कबतक किसके इंतजार में जिंदा रहूँ मैं
अब तो किसी के होने का कोई फर्क पड़ता भी नहीं......

-



इतना दुलार भी कभी मत करना किसी को, कि किसी की ज़िंदगी बर्बाद हो जाये......
कुछ परेशानियां छोड़ देना उस पर जिंदगी से सम्भलने के लिए ........

-



💐जीवन का सार 💐


कोशिश यही करना कि कभी भी किसी के आश्रित मत रहना, जितना रहोगे उतना ही कष्ट उठाओगे...
उम्मीद इंशान को अंधा, लंगड़ा, बहरा सब कुछ बनाती है ......

-



समय से यदि कोई समझदार बन जाय तो फिर गम किस बात की .…......

-


Fetching अवनीश पाण्डेय Quotes