जाऊ दिलरुबा से मिलने ऐ बारिश थम के बरस रहू साथ दिलरुबा के तब जम के बरस 💦 -
जाऊ दिलरुबा से मिलने ऐ बारिश थम के बरस रहू साथ दिलरुबा के तब जम के बरस 💦
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हमारे बाद महफ़िल में अफसाने ब्यान होंगेबहारें हमको ढूँढेगी ना जाने हम कहा होंगे। -
हमारे बाद महफ़िल में अफसाने ब्यान होंगेबहारें हमको ढूँढेगी ना जाने हम कहा होंगे।
दिल था तुम्हारी याद में तपिश-ए-गम से बेकरारआँखें तुम्हारी शक्ल को ढूंढ रही थी बार-बार। -
दिल था तुम्हारी याद में तपिश-ए-गम से बेकरारआँखें तुम्हारी शक्ल को ढूंढ रही थी बार-बार।
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग मेंवो तिफ़्ल क्या गिरे जो चलते हैं घुटनों के बल -
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग मेंवो तिफ़्ल क्या गिरे जो चलते हैं घुटनों के बल
पहले मुक़द्दर पर भरोसा कर लेते थे अब हाल है कि खुद से हौसला रखते हैं | -
पहले मुक़द्दर पर भरोसा कर लेते थे अब हाल है कि खुद से हौसला रखते हैं |
मैंने लिख लिख कर मिटाई हैं बातें कई मैंने जग जग कर बिताई हैं रातें कई -
मैंने लिख लिख कर मिटाई हैं बातें कई मैंने जग जग कर बिताई हैं रातें कई
है जमाने में लोग बहुत खूबसूरतहै किरदार से तेरे हमें मुहब्बत -
है जमाने में लोग बहुत खूबसूरतहै किरदार से तेरे हमें मुहब्बत
जहाँ तिरे नक्श ए कदम देखते हैंवहाँ ख्याबा ख्याबा ईरम मिलते हैं -
जहाँ तिरे नक्श ए कदम देखते हैंवहाँ ख्याबा ख्याबा ईरम मिलते हैं
किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंजिल कोई उम्र भर इक मुसाफिर की तरह रहा -
किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंजिल कोई उम्र भर इक मुसाफिर की तरह रहा
किताबों से गुजरो तो भी यूँ किरदार मिलते हैं वक़्त की डयोढी पर खड़े पुराने यार मिलते हैं -
किताबों से गुजरो तो भी यूँ किरदार मिलते हैं वक़्त की डयोढी पर खड़े पुराने यार मिलते हैं