📍 बड़ा लम्बा सफर रहा है
🕹️ Remote की fight से लेकर, 👰♀️ शादी की ride तक का
📚 School के homework से लेकर, 💃 Sangeet के hooksteps तक का
❤️ ये बड़ा सा सफर लड़ते-झगड़ते, कब गुज़र गया
🔙 आज पीछे मुड़कर देखा तो, ✨ उन यादों से मेरा दिल भर गया
😢 तेरी विदाई के बारे में सोचता हूँ तो, आँखें भर आती हैं
🏏 पर फिर cricket बिना रोक-टोक देखने मिलेगा,
🤣 इस बात से ख़ुशी के आँसू छलक आते हैं
😜 हाँ माना मैंने कि, मैं हूँ थोड़ा बदमाश और ज़्यादा शरीफ
💖 पर इस दिल में न आ पाएगा, तेरे जितना कोई करीब
💭 लोग कहते हैं "I will cry for you, right?"
🥊 पर सच तो ये है, "I will miss our fight!"
🎭 अगर तेरी विदाई पे, आँसुओं का इंतज़ाम कर लेता हूँ मैं
😏 तो समझ जाना, अच्छा अभिनेता हूँ मैं
🎬 And at the end...
📺🍫 I know, अब remote, TV, chocolate सब मेरे होंगे
💭 पर उन्हें जब भी देखूंगा, तेरी यादों ने मुझे हमेशा घेरे होंगे ❤️✨-
कभी कभी कुछ मुलाकातें
यूं दिल में बस जाती हैं...
जाने-अंजाने में न जाने कैसे
ख्वाबों में आ जाती हैं।
वो मुलाकात याद करते ही
चेहरे पे मुस्कान और,
दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
उन हर पलों की यादों से
जीवन में मिठास आ जाती है...
और हमारा मन...
आने वाले भविष्य की चिंता छोड़
उन लम्हों में मग्न हो जाती है।
और हमारा दिल...
ऊपरवाले से एक और ऐसी मुलाकात की
ख्वाहिश कर जाती है।
कभी कभी कुछ मुलाकातें
यूं दिल में बस जाती हैं...-
वो अक्सर मुझसे पूछती है
कि क्या हूँ मैं तेरे लिए...
और मैं क्या कहूँ कि...
तू मन्मीत है, तू प्रीत है
तू कृष्ण की संगीत है
सागर भी तू, अम्बर भी तू
किरणें भी तू, झरने भी तू
आगाज़ तू और अंत भी तू
मेरा प्यार तू, मेरा आक्रोश तू
मेरा गर्व तू, मेरा दोष तू
मेरी जान तू, मेरी मौत तू
मेरी हर खुशी और उदासी तू
मेरा रंग तू, मेरा अंग तू
शक्ति भी तू, समर्थ भी तू
भक्ति भी तू और भक्त भी तू
दया भी तू और दंड भी तू
सवाल भी तू और समाधान भी तू
दुआ भी तू और इबादत भी तू
मंदिर भी तू और मस्जिद भी तू
क्या कहूँ, मेरा पूरा ब्रह्मांड है तू
तू ही तू, बस तू ही तू।-
हर रात खुदा से,
दुआ में माँगा हैं उसे मैने
अपनी ख्वाइशों की छाव में,
उसकी इबादत बिछाई है मैने
इस खूबसूरत सफ़र के दौरान,
बस इतना जाना मैने
उसका पास होना तो बस बहाना है,
असली आनंद तो उसके एहसास में जाना मैने-
मेरा अंत ही आरंभ है
नये युग का प्रारंभ है
निराशाओं की भीड़ में
उम्मीद का समारंभ है
मेरा अंत ही आरंभ है
काल की इस अग्नि में
मेरे जीवन का शुभारम्भ है
समय के इस अद्भुत ताल पे
मेरी मृत्यु एक अटल सत्य है
मैं,
ब्रम्हाण्ड का अंश हुँ
मृत्यु में आरंभ हुँ
अपनी ही आग में,
मैं जलता सा प्रचंड हुँ
पर,
अब अंतिम प्रहार होगा
आर होगा या पार होगा
जीवन की इस जंग में
जीत का शिलान्यास होगा
अब अंतिम प्रहार होगा.....
आर होगा या पार होगा.....-
कभी-कभी ज़िन्दगी यूँ मोड़ लेलेती है
न जाने कैसे बीच राह में छोड़ देती है
सुखद सफ़र की आशा मन में जागते ही
न जाने दुख कैसे घेर लेती है
यूँ तो अनजान राह पर चलने की आदत है मुझे
पर अब पहचान की तालाश है मुझे
ज़िन्दगी के सफ़र से टूट सा गया हूँ
अपने ही नहीं समझ रहे मुझे,
इस बात से रूठ सा गया हूँ
न जाने कितने अंगारो पर चलना अभी बाकी है
न जाने कितने पहाड़ो से गिरना बाकी है
न जाने कितने अंजानों से बिछड़ना बाकी है
न जाने कितने कड़वे अल्फाज़ो को सुनना अभी बाकी है
ऐ ज़िन्दगी तब भी खड़ा हूँ मैं तेरी राह मे पैर जमाये
तेरी आँखों में आँखें मिलाये,
आखिरी सफ़र तक लड़ता रहूँगा मैं
अब तू ज़िन्दगी सवारे या मुझे उठाये
अपने आप को यूँ हारने नहीं दूंगा मैं-
मिलेंगे हम दोस्त भी किसी अनजान सफ़र के अनजान राहों पे
कुछ अजनबियों के बीच अपनी पहचान बनके-
तेरी आँखों में खो जाने का दिल करता है
जो गलतियाँ कर चुका हूं पहले
वो फिर दोहराने का दिल करता है
हाँ जानता हूं अपनी सीमाएँ.....
पर तेरी आँखों में कुछ अलग ही जादू है
उस जादू में गुम हो जाने का दिल करता है-
यूँ तो मैं उससे अनजान हूँ
पर दिल की बात करूँ,
तो वो मेरे दिल की पहचान है
और जिन आँखों पर मैं हुँ फ़िदा
न जाने उन आँखों में कितने राज़ है
उसके अल्फाज़ों का मैं मोहताज हुँ
कभी कभी लगता है,
वो किसी सरगम की मीठी आवाज़ है
चंचलता ने उसकी अलग आतंक मचाया है
कई गानों को सुनकर ऐसा लगता है,
की जैसे उन लब्जो में उसे ही दर्शाया है
रिश्ता मेरा उससे क्या है,
ये तो मुझे भी नहीं समझ आया है
दोस्ती है या उससे बढकर,
इसी धुविधा में सर चकराया है
पर जो भी हो,
वो मेरे लिए खास है
उसकी आँखें जो कहानी कहती है
उसका मुझे आभास है
न जाने उसे और जानने का मौका कब मिलेगा
उसे पहचानने का मौका कब मिलेगा-
कहानी हर एक को याद आएगी
जब भी तेरी बात आएगी
तू आगे कदम बढ़ाये जा
जिन आंसुओं में तू रोया है
वो ही लहरें बनकर
तुझे शिखर पर पहुंचाएगी-