तेरी मौजूदगी में
सोचते थे, सिर्फ हम ही हैं
अब तेरी कमी है
तो आँखों में नमी है
अब तो-
जो भी हलचल दिल में हो
खुद को ही सुनाता हूँ
खुद से ही रूठता हूँ
खुद को ही मनाता हूँ...-
Avinash
(Perennial.Ink)
2.3k Followers · 14 Following
Professional✍️🖋️✒️
Instagram : @perennial.ink
Instagram : @perennial.ink
Joined 10 October 2017
25 NOV 2017 AT 15:16
13 NOV 2017 AT 11:58
It would be more pleasant
To do the important
Than to do the pleasant...-
30 JAN 2021 AT 14:16
पुख़्तगी-ए-तजरबात की पहचाना क्या है?
क़ुर्बत में किसी अहबाब को खंजर लिए पाना...-
25 JAN 2021 AT 0:05
दिल पहले तकल्लुफ़ में सही, सीने में था
उस तड़प में, अलग ही मज़ा जीने में था
मुफ़लिसी में बसर करने का हुनर सीखा
जीते-जी पल-पल मरने का हुनर सीखा
पर, बीच तकल्लुफ़ में जब
दिल टूट टूट कर बिखरने लगा
और कहने लगा, अब कह भी दो
फिर दिल ने, अपने दिल में जुर्रत की
जुर्रत कर के एक दिल से इज़हार किया
दिल ने सोचा दिल ने दिल का सिंगार किया
दिल ने दिल का सिंगार किया आबाद किया
फिर अगले ही पल सपना टूटा
सपना टूटा और आँख खुली
आँख खुली और पता चला
पता चला वो सपना सब बर्बाद किया
वो सपना सब बर्बाद किया, वो अपना सब बरबाद किया...-