टूटा जो दिलफिर जुड़े ना जुड़ेकरो कोशिश।सुना सा दिलउसे ही बस चाहेऔर न भाये।दिल का रिश्तामुश्किल से है जुड़ेपल में टूटे।— % & -
टूटा जो दिलफिर जुड़े ना जुड़ेकरो कोशिश।सुना सा दिलउसे ही बस चाहेऔर न भाये।दिल का रिश्तामुश्किल से है जुड़ेपल में टूटे।— % &
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अक्सर मैं रात को चाय पीता हूंक्योकि उसकी याद रात को आती हैजब चाय गर्म पीनी थी तब नही पीअब ठंड करके पीने से क्या फायदा। सुना है उसने चाय से नफ़रत कर ली है परआज भी चाय की प्याली को संभाल कर रखी हैलोगों को लगता है मैं चाय को चाय की तरह पीता हूंपर उन्हें कौन बताये की चाय के साथ मेरे जज्बात जुड़े होते है। -
अक्सर मैं रात को चाय पीता हूंक्योकि उसकी याद रात को आती हैजब चाय गर्म पीनी थी तब नही पीअब ठंड करके पीने से क्या फायदा। सुना है उसने चाय से नफ़रत कर ली है परआज भी चाय की प्याली को संभाल कर रखी हैलोगों को लगता है मैं चाय को चाय की तरह पीता हूंपर उन्हें कौन बताये की चाय के साथ मेरे जज्बात जुड़े होते है।
जिंदगी को सुखमय जीने के लिये जीवन में सुख के साथ साथ दुःख का भी होना जरूरी है। -
जिंदगी को सुखमय जीने के लिये जीवन में सुख के साथ साथ दुःख का भी होना जरूरी है।
उसे प्यार जताने नही आता औरमुझे चाय बनाने नही आता बसइसी बात का तो झगड़ा है। -
उसे प्यार जताने नही आता औरमुझे चाय बनाने नही आता बसइसी बात का तो झगड़ा है।
जब जब मैं उन यादों में खोता हूंमैं चाय की एक घुट पी लेता हूं । -
जब जब मैं उन यादों में खोता हूंमैं चाय की एक घुट पी लेता हूं ।
बड़ी कोशिश की उन्होंने दस गोलमीर्च डाल कर काढ़े को कड़वा बनाने कीजरा सी हमने दो दाने शक्कर क्या डाली पूरी कड़वाहट ही मिट गईअब कैसे समझाऊँ उन्हें की वो दानों में से एक था प्रेम और दूसरा मेरा विश्वास। -
बड़ी कोशिश की उन्होंने दस गोलमीर्च डाल कर काढ़े को कड़वा बनाने कीजरा सी हमने दो दाने शक्कर क्या डाली पूरी कड़वाहट ही मिट गईअब कैसे समझाऊँ उन्हें की वो दानों में से एक था प्रेम और दूसरा मेरा विश्वास।
देखों ना वह मुझसे कितना नफ़रत करने लगी हैअब चाय की जगह वो काढ़ा का घुट पीने लगी है। -
देखों ना वह मुझसे कितना नफ़रत करने लगी हैअब चाय की जगह वो काढ़ा का घुट पीने लगी है।
उसे मेरे हाथ से बनी चाय ही नही पीनी हैं बल्की उसे मेरे हाथों से चाय पीनी है।। -
उसे मेरे हाथ से बनी चाय ही नही पीनी हैं बल्की उसे मेरे हाथों से चाय पीनी है।।
उसके प्यार में इतनी मिठास है कि वह कितनी भी कोशिश कर ले फीकी चाय बनानी की चाय अक्सर मीठी बन ही जाती है। -
उसके प्यार में इतनी मिठास है कि वह कितनी भी कोशिश कर ले फीकी चाय बनानी की चाय अक्सर मीठी बन ही जाती है।
कुछ इस कदर मुझे वो पागल बनातीजूठा पीने से प्यार बढ़ता है यहकहकर ,मेरी पूरी चाय वो पी जाती। -
कुछ इस कदर मुझे वो पागल बनातीजूठा पीने से प्यार बढ़ता है यहकहकर ,मेरी पूरी चाय वो पी जाती।