निकलता है जब उनकी शायरियों का काफिला
हमारी शायरी तो उसमें तिनकों सी उड़ जाती है
जब औकात नही पहुँचती उनके काफिले तक
वो अनकही बात फिर खुद की तरफ मुड़ जाती है-
यूँ तो कई लोग है जिंदगी मे मेरे ,
फ... read more
हर कोई हर किसी से कितना दूर दूर सा है
सब चुप से है, शहर मे शायद ये दस्तूर सा है
शोर बस है तो सड़क पे दौड़ती गाड़ियों का है
यादों में गाँव है ..शहर में इंसान मजबूर सा है-
बस रंगो से पुते हुये सजाये धजाये
कार्डबोर्ड की दीवारों से रिश्ते है
आजकल ..औपचारिक ..
कोई मजबूती नही ..
कोई आँधी आये तो ढह जाये ..
कब साथ छोड जाये ...
टूट जाये ...कोई भरोसा नही
वो एक जमाना था जब
रिश्ते पत्थर की दीवारों से
मजबूत होते थे
कोई दिखावा नही होता था
पर मजबूती ऐसी की
कई तूफान आँधी और
बारिश की मार सहन कर जाये
पर घर सलामत होते थे
-
होगी तेरी ग़ज़ल
लाखों मे एक
और तू
करोड़ों में एक ।
मै तेरे लिये
सिर्फ भीड़ का हिस्सा ही सही
पर
पूछ लेना दिल से की
क्या मेरी मोहब्बत जैसी
किसी की है,
थी ???
या रहेगी ???
-
सोचता हूँ.. जब वो मिलेंगे सपने मे तो पूछ लूँगा
कई सवाल मै ..तकिये के निचे छुपा के सोता हूँ
-
इतना अच्छा लिख पाते तो
हम भी उनके यारों मे आते
गर वो गहराई समझ पाते तो...
नही आता लिखना यार
इसीलिये तो वो बस
नजरअंदाज कर देते है
और बडे बडे शायरों को
वाह वाह करते है-
लो फिर बारिश शुरू हो गयी ..बेमौसम ही सही
और आ कर तोहफा दे गयी....चाहे गम ही सही-
Shortest and sweetest love story
उसने कहा ..
दोस्त हो ...दोस्त ही रहो ना यार please ...
ऐसी बातें करोगे तो ना ..
तुमसे प्यार हो जायेगा ..😢
मैने कहा ..
और तुम ऐसे बोलोगे तो
मुझे तुमसे प्यार हो जायेगा ...😊
वो मीठी सी चुभन दोनों के दिल मे लगी ..
और प्यार हो गया ..🌹-
मै और मेरी bike ...
एक लंबी solo ride ...
ए जिंदगी ...
कोई शिकायत नही तुझसे ...😊
-
जल से पतला कौन है
कौन भूमि से भारी
कौन अगन से तेज है
कौन काजल से काली
जल से पतला ज्ञान है
पाप भूमि से भारी
क्रोध अगन से तेज है
और कलंक काजल से काली
(भजन : रंग दे चुनरिया - गायक पद्मश्री श्री अनूप जलोटा)
-