मैं धड़कन तू दिल है..
मैं दरिया तू साहिल है...
मैं चिड़िया तू बादल है..
फिर भी ये दूरी...
शायद,
मैं झूठा तू शिद्दत है
फिर भी,
मैं धड़कन तू दिल है ।।-
पर्दा किया, छोड़ा शहर, फिर भी मिले ओ मोड़ पर...
बीता पहर, हम बेसबर, फिर चल दिए दिल जोड़ने...
क्या पता था हमको, कि हम छोड़े जायेंगे...
बिना किसी खता के दिल तोड़े जायेंगे...
मंजिल मिले इस जनम में हमको, किस्मत को ये गवारा नहीं...
कि, जो छोड़ दे इस हाल पे, समझेंगे हम ओ हमारा नहीं ।।-
जी लेंगे हंस के ये जिंदगी दोबारा,
खुशी बस यही है, तुम मिले तो सही..-
न उसका रहूं ये इबादत करो अब,
न तड़पा करूं ये इबादत करो अब,
था जन्नत मैं उसका, ओ जन्नत थी मेरी,
जहन्नुम हो जाऊं, ये इबादत करो अब...
जिसके बिना न सुबह थी, न दिन था
कयामत हो जाऊं इबादत करो अब ।।-
न पर्दा उठाओ -
सब राज रहने दो.....
वक्त के मारे हैं, हमें बर्बाद रहने दो.....
कि इश्क कुछ ऐसा हुआ था तुमसे,
सारे जहां का नशा फीका पड़ गया था....
वहम कुछ ऐसा टूटा मेरे गुरुर का हमदम
रहा न होश कुछ भी, अब मुझे मदहोश रहने दो.....-
क्लास में सबसे पीछे बैठने वाले हम बैकबेंचर्स...
आज सबसे बड़े मसले हल करने के लिए बुलाए जाते हैं ।।-