ख्वाबो के परदे पर धूल जम गई
अब हवाएं भी चले तो इसे उड़ाती नहीं!
-
मन विचलित तन विचलित,
नज़ारा और नयन विचलित,
कटता है हर पल कई हिस्सों में
हर हिस्से का हर क्षण विचलित!
चमन विचलित वन विचलित,
स्वयं सौंदर्य दर्पण विचलित,
हवाएं बिखेरे कहाँ ले जाएगी न जानें
जीवन का हर कण विचलित।
-
बदलते समय और परिस्थितियों के साथ ये समझ आ रहा हैं की किसी इंसान को एक वक़्त में जीने से ज्यादा मरना आसान क्यूँ लगता हैं 😒
-
अलफ़ाज़ अलविदा कर चुका है उसे
पर जेहन में ख्याल बाकि है अब भी!
मर गए ग़ालिब ग़ज़ल लिखते लिखते
पर यादों में सवाल बाकि है अब भी!-
मेरे जीने का किरदार
मुझे अच्छा लग रहा है!
तलाश दूसरे की जरूरत नही
अकेले अपना हीं प्यार
मुझे अच्छा लग रहा है!-
टूटा दिल, काली रातें, बहती ठंडी हवाएं, एकांत और अकेलापन!
Song- Jaane Wale Teri tasveer bhi le ja mujhse (Chandan Das) 😢-
वो समंदर पुराना अब दरिया न रहा,
मोहब्बत भरी नैनों वाला नज़रिया न रहा🍂
देख तमन्ना सारी खाक हो गयी ग़ालिब,
बाकी ज़िन्दगी में जीने का ज़रिया न रहा🍂-
वो शख़्स मेरा नही
ये दिल क्यूँ समझ नही पाता,
अब तो मन भी ठहर गया है
कुछ लिखा भी नही जाता,
दर्द को अर्ज़ करके थोड़ा जो सुकून था
अब तो नज़दीक वो दर्द भी नही आता...-
अब किसीसे मुलाक़ात ना हो तो अच्छा है
फिर से कोई बात ना हो तो अच्छा है!
तुम खुश रहो, सलामत रहो, दुआ है
दिल में कोई जज़बात ना हो तो अच्छा है!
फ़ितूर था जो इश्क़ का वो दबे हीं रहने दो
ज़िन्दगी में अब कोई साथ ना हो तो अच्छा है!-