झूठे दोस्त
जिन्हें हमने समझा जिंदगी भर की कमाई,
वो सारे सिक्के निकले खोटे।
जिन्हें हम समझ बैठे मासूम चेहरे,
वो निकले चेहरे पे लगाए मुखोटे।- Atul Rawat(frozen memories)
16 NOV 2017 AT 9:51
झूठे दोस्त
जिन्हें हमने समझा जिंदगी भर की कमाई,
वो सारे सिक्के निकले खोटे।
जिन्हें हम समझ बैठे मासूम चेहरे,
वो निकले चेहरे पे लगाए मुखोटे।- Atul Rawat(frozen memories)