Aaj likhne ka socha bade arse baad....socha kuch aur likhunga tere alawa......par Kalam kambhakt tere naam se aage mujhe badhne he nahi deti......
-
From dil walon ki delhi.......
Don't follow th... read more
अब तुमसे वो पहली सी मोहब्बत ना रही.....पर आशिकी की शिद्दत अब भी वही है...... ज़िंदगी को मोहब्बत की ज़रूरत तो है....पर शायद तेरी ज़रूरत नहीं है......
-
कल का वादा था मिलने का......मिले भी पर.....
एक ख़ामोश था और दूसरे की आंखों से बस यादें आंसू बन के बह रही थी......-
खामोशियां कहती हैं...... और जुबां ख़ामोश है.....
आंखें हंस रही हैं.....और दिल में दर्द है.....
अजब रिश्ता है तेरा मेरा भी ऐ जिंदगी....सब कुछ है पर सुकून नहीं है....-
किसी वक़्त का मोहताज नहीं.....ये तो बस एक अहसास है जो हर पल महसूस होता है और वक्त के साथ साथ और बढ़ता जाता है.....— % &
-
अगर लोगों तक जाएगी...... वर्ना हमने तो अपने दिमाग़ को भी नही बताया के दिल में क्या बवंडर छुपाए बैठे हैं.....— % &
-
क्या अजब कारोबार है अर्थी बनाने वालों का भी...... ख़ुद का पेट भरने को लोगों के मरने की दुआएं करते हैं......
-