इस महफिल में अभी कई कहानियां हैं,
कुछ और नहीं ये,
ये तो हमारी और तुम्हारी प्यार की निशानियां हैl
!!A.a!!-
हम ठहर गए हैं,इस सफर में ,कुछ अलग कर दिखाने को
कुछ हैं,जिनके सफर का कारवां यूंही यहां से गुजर गया !!A.a!!-
एक समुन्दर से गहरे है अरमान मेरे , पर
एक तेरे नखरे है जो खत्म ही नही होते !!A.a!!-
ये मोहब्बत का ज़ख्म हैं, मुर्शद
अब क्या कोई वैध इलाज कर पायेगा,
कुछ टूटी होती तो जुड जाती,
यहां तो दिल टूटा हैं, मुर्शद
अब कहा कोई इस पर मरहम लगाएगा !!A.a!!-
हम आज भी बैठते है तन्हा उसी पीपल की छांव में,
रातों को अक्सर, तेरी यादों संग,चाय की प्यालों संग,
अब फर्क बस इतना है , पौष की भी सर्द रातों की
ये ठंडी शरसराती हवा, हमे बहकाती नहीं हैं !!A.a!!
#alone # यादें सुनहरी
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मुक्कमल ना हो ईश्क हमारी, कोई ये दुहाई दे गया,
कमबख्त कोई अपने हिस्से की हमे रुसबाई दे गया ,
हम बड़े भोले थे,उनसे इश्क कर बैठे,
अब खुदी ने खुदी को है , तन्हाई दे बैठे !!A.a!!
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अपनी इश्क में बंदिशों की हद क्या कहें,
उन्हें चाहना भी हैं, और सबसे छुपाना भी !!A.a!!-
बचपन की ख्यावों का सा न हमे दिन मिलेंगे, सोचा न था।
उम्र की बढ़ती इस दहलीज पर,कुछ यूं भी हमे गम मिलेंगे
सोचा न था !!A.a!!-