दुनियाँ के दुःख देखोगे तो हर कोई माथा पीटता ही मिलेगा!!
जहान मे कमी नहीं है कि हर बार वो आकर तुझसे ही मिलेगा!!
बहुत सुकून मे कहते थे लाखों है तुमसे बेहतर.....
तुम्हे मुझसे बेहतर तो मिलेगा पर तुझे सुकून नहीं मिलेगा!!-
So read me, feel me
After its all
Decide who I'm??
Thanks
जिसे देखना भी नहीं चाहते तुम
वह सबसे तुम्हारी खैरियत पूछता है
मिल जाएगी जन्नत भी तुमको
मगर देने वाला तो ईमान-ए-हैसियत देखता है
बेइंतेहा ताकत होती हैं अमीन (امین) मे....
मगर वो भी तो परवरदिगार है देने से पहले नीयत देखता है-
कुछ तो अच्छे काम हमने भी किये होंगे...
मगर सबको सिर्फ मेरी बुराई ही नज़र आयी!!
अपनी जिंदगी से कुछ बुरे लम्हों को जलाया था उस पल में मैंने...
मगर सबको हाथों मे सुलगती सिगरेट ही नज़र आयी!!-
सुना हैं इश्क करने जा रहे हो!!
अज़ी शौक से जाओ..
मगर याद रखना...
अगर लौटकर जिंदा आये तो ज़ी नही पाओगे!!-
जिंदगी के कुछ तो तजुर्बे हमारे पास भी होंगे...
यूँ ही नहीं बेवजह मरना चाहते हैं हम!!-
उसने रोकर माफ़ी माँगी
ख़ैर गलती किसकी थी जरा ये तो बताईये!!
जरा रुकिए....
उसने रोकर माफ़ी माँगी?
इससे ज्यादा बेगुनाही का क्या सबूत चाहिए!!-
यूँ बेवजह हँसते हुए चेहरे पर मत जाना!
हमारी तकलीफ़ देखनी हो तो कभी मिलने आना!!-
क्या कहा...
जो वादे किये थे उन्हें अब पूरा करेंगे!
अरे जनाब..
कभी मिलिए हमसे
मिलने के बाद आप भी हमे बुरा कहेंगे!!
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माँगनी पड़ गई माफ़ी हमें, क्या करे गलती हमारी थी!
हम क्या ख़ाक रूठेंगे उससे, वो तो ज़ान हमारी थी!
जिक्र बहुत हुआ पर कभी नाम नहीं लिया उसका....
अरे कैसे कहे बेवफ़ा उसको,
वो वफ़ा भी तो हमारी थी!!-
बात सिर्फ इतनी सी है,
कि जज्बात सारे दफ़न हुए!
जनाब..
वो बातें थी आपकी और वक़्त भी,
लेकिन ख़तम सिर्फ हम हुए!!-