मेरा बोलना भी मुझे अख़रता है,
मेरी ख़ामोशी को भी मुझसे शिक़ायत है-
I am unknown to someone, some unknown to me:
I am indian🇮🇳❤️this is my biggest i... read more
भाषा शरीर का ऐसा अदृश्य अंग है,
जिसमें मनुष्य का सब कुछ दिखाई देता है-
ये अजमाइश है रंगो की मुझे शौकीन–ए–अदा चाहिए
बेसक इश्क़ हीर रांझे सा हो लेकिन मुकम्मल और अल्हदा चाहिए— % &-
कुछ इस क़दर लोग मुखौटों के दीवाने हैं
कि ज़माना मासूमियत का मोहताज़ हो गया है-
सही दाम में सही दवा लाए हैं,
थोड़े से पैसों से,
लाखों दुआ कमाए हैं...-
इश्क़ है तो रंजिशों को पनाह मिलेगी
तुम साथ तो दो!!
उम्र बुढ़ापा का होगा मोहब्बत अपनी जवां मिलेगी।-
मेरे कातिल को कुछ इस क़दर इंसाफ मिला
छलनी सा बदन मेरा देखने पर बिल्कुल साफ़ मिला-
आज़ फ़िर इक शख़्स बेचारा हुआ
इश्क़ ए ख़लिस थी
फ़िर आसमां का चमकता सितारा हुआ-
गर्दिश–ए–आयाम सुनकर कांप गए हो
आगे सुनोगे या दर्द मेरा भांप गए हो-
मेरे ख़्वाबों को दफनाने के लिए मैं ताबूत ढूंढता रहा
तुझसे इश्क़ है या नहीं ताउम्र इस बात का सबूत ढूंढता रहा
-