The limitless view beyond the view we want to see
The meaning of change in moments as it enjoys change in whole day and night...-
एहसास हैं ये मेरे
सिर्फ चंद शब्द नहीं,
इनमें कहीं मेरा अक्स छुपा है ...
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जिया जब जिंदगी का इक इक सफ़ा
एहसास हुआ ...
हर रिश्ता नाता दुनियां साथ चलती थी
आंखों के आगे से
मैं गुम होती थी उन सब रिश्तों दुनियां वालो और
खुद के काम में
तब एहसास हुआ
जिंदगी का
किताबों में जो छपी है, हमने जो सीखी है
उससे कितनी अलग कितनी उलझी
इतनी बेढंगी है जिंदगी
रोज सामने खड़े मुसीबतों के ये पहाड़
जब डराना बंद कर दें
जब मुसीबतों की ये मालाएं जिंदगी को
जकड़ कर खड़ा न करने पाये
और जब इन सब के बारंबार थका देने से भी
फिर सजल आंखों संग चेहरे पे मुस्कान ओढ़ कर चलने लगे
तब एहसास हुआ
आखिर क्या होती है असल में जिंदगी...
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"Is koft bhare dil me chiraag Roshan honge fir kaeee
Knha koi yu.n thahar ke us ajnabi se apne ko takaaa krte hain...
Wo duniyaaa bit gyi koi aur thi jb kisi khaas dil ko churaane wali njre takaaa krti thi
Ye to jamaana koi aur hai mere dost jnha ek njr kaeeyo se dagaaa krti hai...
Is koft bhare dil me..."-
अपने यक़ीन को यकीन हो कर
जीने का मौका तो दे
इस डर से ऊपर निकल कर
तू यकीनन तेरा हो जायेगा...
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तेरे शब्द बड़े मायने रखते थे
तेरे साथ को साथ कह सकते थे
बस तब तक जब तक
तुम तुम बने हुए थे
बदल गए ही हो इस हद तक
तो अब फिर ना बदलना
जब मुझे ढूंढोगे फिर
तो अब फिर से मिल नही पाऊंगी
वो जो तुम थे ...
अब भी मायने रखोगे
बस मेरे साथ तुम्हारा साथ नहीं होगा
और तुम्हारे साथ मेरा...-
ना गम कुछ कम होने का है
ना ख्वाहिशें कुछ पाने की हैं...
तू है ही नहीं अब जीवन में
तो कहां बाकी डर कुछ खोने का है...
मेरे मासूम से दिल ने
गलतियां तो कई कर दी
एक भरोसा अथाह कर के
अब क्या डर इसके बिखरने का है...
मायूस हो गई है
हँसती चहकती हर घड़ी भी
मगर जब दिल ही तुम्हें सौंप दिया
तो क्या फिक्र सांसें थमने की है...
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"इस दुनियां की सबसे तकलीफ़देह गलती है
किसी शख्स को अपना सब कुछ मानकर उसे अपना दिल सौंप देना ...।"-
तेरे प्यार में कमली...
तेरे प्यार में रूहानी हुई
जी कर तुम्हें एक एक पल में
हर उस पल तुम्हारी परवानी हुई
घुल कर मिल कर तुझमें ही रम कर
एक जां हो तुम पर फानी हुई...
... तेरे प्यार में कमली...
तेरे प्यार में ...❤️
---✍️©️ आस्था'विश्वास'-
कभी - कभी मन मार कर फिर से उठ कर चलना पड़ता है
लोग, वो लोग, जिन्हें आप अपना समझने लगते हैं
चले जाते हैं तुम्हें अचानक वहीं छोड़ कर
उन्हें याद कर के अनायास ही
चेहरे पर बहते - चिपकते उन आंसुओं को
खुद ही कठोर बन कर पौंछना पड़ता है
कभी - कभी मन मार कर फिर से उठ कर चलना पड़ता है
मैंने महसूस किया है, एक बार नहीं बार- बार
कि दुनियां में अब अमूमन नहीं ही मिलते वो लोग
जो नेक दिल सच्चे - से हुआ करते थे
अब तो इन्हें एक सूरत से भटक कर फिर से
किसी दूसरी तीसरी सूरत पर मचलना पड़ता है
कभी कभी ...........
बहुत ढूंढती हूं मैं मेरा - सा कोई जहां तक नजर जा सके
फिर मुस्कुरा कर खुद से ही कहती हूं कि कभी - कभी ऊपर वाले की मशीन भी तो थोड़ी खराब हो सकती है
और कोशिश बहुत होती है फिर इसी दुनियां में घुल जाने की
मगर इस दोगली रंग बदलती तस्वीर को देख कर फिर वहीं लौट कर आना पड़ता है
कभी - कभी मन मार कर फिर से उठ कर चलना पड़ता है...
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इंतजार उनका क्यूं है जिन्हें एहसास तक नहीं
अब तय करो...
या तो उन्हें एहसास करा दो
या अब उनका इंतजार छोड़ दो ...-