Asif A Khan   (QuoteOfAsif_ख़्यालेआसिफ़)
3.7k Followers · 4.4k Following

read more
Joined 10 July 2020


read more
Joined 10 July 2020
17 JUN AT 22:56

मौजूद थे अभी अभी रू-पोश हो गए
ऐ मस्त-ए-नाज़ तुम तो मिरे होश हो गए

सोते में वो जो मुझ से हम-आग़ोश हो गए
जितने गिले थे ख़्वाब-ए-फ़रामोश हो गए
(जलील मानिकपुरी)

-


14 JUN AT 14:51

क़हर की रात गुज़र चुकी,
पर मेरे हर सिम्त अंधेरा है,
जो था इस दर्द का बा'इस,
उसकी सिम्त क्यों सवेरा है।

-


12 JUN AT 20:34

हौसला गर समन्दर हो तेरा, तो अरमान कभी मुरझाया नहीं करते,
तूफ़ाँ आते हैं ज़िंदगी में मगर, दिल पर कभी आया नहीं करते।

-


27 MAY AT 1:16

गिरह मन्नत के धागे की, अब खुलने लगी है,
बिन मांगी दुआ भी, अब मिलने लगी है।
होने लगा है शायद, मेरा रब मुझसे राज़ी,
मेरे हालात की तबीयत, अब संभलने लगी‌ है।

-


4 MAY AT 9:57

मन्नत के धागों की गिरह अब खुलने लगी हैं,
बिन मांगी ख़ुशियांँ भी अब मिलने लगी हैं।
होने लगा है शायद अब मेरा रब मुझसे राज़ी,
मेरे गुलशन की कलियां अब खिलने लगी‌ हैं।

-


17 MAR AT 16:12


सुकूँ की हवाएं भी चल जाती हैं,
दुख की घटाएं भी निकल जाती हैं।
इबादत और दुआओं की शिद्दत से,
हाथों की लकीरें भी बदल जाती हैं।।

-


12 MAR AT 17:15

गुज़र रही है ज़िंदगी या गुज़र रहा हूंँ मैं,
लम्हा-लम्हा जी रहा हूंँ या पल-पल मर रहा हूँ मैं।

-


10 MAR AT 23:32

इस भरोसे पे कर रहा हूँ गुनाह, कि बख़्श देना तो तेरी फ़ितरत है।

-


3 MAR AT 22:17

क्या मैं वही हूंँ, या फिर बदल गया हूँ,
जो बिखरा था कभी, अब संभल गया हूँ।
आँखों के सामने से, छट गया है अंधेरा,
उम्मीद के उजाले से, फिर घिर गया हूंँ।

-


1 MAR AT 22:40

सोज़-ए-ग़म दे के मुझे उस ने ये इरशाद किया
जा तुझे कशमकश-ए-दहर से आज़ाद किया
Josh Malihabadi

-


Fetching Asif A Khan Quotes