प्रश्न भी है और उत्तर भी,
बस यह ढूंढना मुश्किल है
की किस प्रश्न का उत्तर कोनसा है,
अजीब है ना?-
♡trying hands on writing
♡my words speak what I've been through
कहते हैं, मरने के बाद
लोग सितारे बन जाते हैं,
यूँही नही सब
सितारों को देखकर
किसीको याद करते हैं
तारों की भी क्या बात हैं
कोसो दूर होकर भी
याद करने वाला कोई तो जरूर है
और आँखों के सामने होकर भी
हमें अपना कहने वाला
शायद ही कोई हैं
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When It was all over,
When it wasn't worth mourning,
To live a life and not suffer!-
एक कोने में पड़े
उस बस्ते से किताब ने
बाहर झांक कर देखा
किताब का मालिक तो
कब का भूल चुका था उसे,
और अब किताब भी
मालिक को पहचान न सकी-
लोगो की परवाह करते करते
किसी खास को बताना ही रह गया
की वो कितने खास थे...
अब तो बिछड़ गये
कही दूर, अगर कभी रस्ते में
टकरा गये, तो जरूर बताएँगे...-
हेवा वाटावा अश्या
इंस्टाग्रामच्या फोटोत ती खूप सुंदर दिसत होती
पण खोट्या हास्या खाली लपलेलं दुःख
ती कोणाला दाखवू शकत नव्हती
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आँखों ने कलम से
कि शिकायत,
क्योंकि हिम्मत ही न थी
कलम में कहने की जो
आँखों ने यूँही कह दिया
इतनी सी बात थी
पर खौफ जहां का था
आशियाना बसना था उनके साथ
पर कहने से डर लगता था
आँखों ने भले कह दिया हो,
उन्हें आँखे पढ़ना कहा आता था,
कलम ने भी हार मान ली
तो ख़ुद से ही रूठने का मौका
मिल गया था
अरमानों को किसी संदूक में
रख कर ताला मार दिया
और उसे कभी खोल कर न
देखने का अफसोस भी बहुत रहा-
असं वळण घेतात ना
की हवं नसतानाही
मनातला एकांत
अवतीभवती असलेल्या
गर्दीतसुद्धा
पानांवर अलगद उतरतो...
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