दो शब्दों में तेरी महिमा नहीं समां सकती माँ,
पर 'माँ' शब्द में मेरी दुनिया समां जाती है!!-
लफ्ज़ ख़ामोश है मेरे, पर आँखें बोलती है,
फुर्सत मिले कभी तो, पढ़ जरूर लेना!!-
हमने सोचा है कि चलो ख़ामोश हो जाते है,
तनहाई की दुनिया में, दूर कही ख़ो जाते है,
वैसे तो दुनिया की हर बात खूबसूरत है लेकिन,
कुछ खूबसूरत पल, खुद के साथ बिताते है!!-
बात जरूरत की नहीं, आदत की है....
जरूरत ना तो तब थी, ना ही अब है....-
कतई पसंद नहीं मुझे, किसी भी तरह की बेड़ियाँ,
मगर पहनती हूँ चूड़ियां, क्योंकि उसे पसंद है।-
आज पूर्ण झाली....
वाजत-गाजत, नाचत-गात,
बाप्पांची स्वारी आली....
ढोल-ताशे.. जल्लोष सारा,
गुलाल उधळला हर्षाचा,
सगळे मिळून, भेद सारून,
साजरा करू सण वर्षाचा.
सर्व भक्तगणांना गणेशोत्सवाच्या
हार्दिक हार्दिक शुभेच्छा!💐💐-
मंजिल का रास्ता जो दिखाते है,
क्या अच्छा-बुरा, सब सिखाते है,
जीवनपथ पर जो करे मार्गदर्शन,
आज का दिन है उनको समर्पण।
आप सभी को शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं💐💐-
जो थी पहले मैं.. शायद तुम्हारी थी,
पर अब जो मैं हूँ, तुम्हारे लिए नयी हूँ।
मिलोगे अब कभी जो शायद, यकीन नहीं करोगे,
पहले की मैं वो पागल, अब मैं रही नही हूँ।
रोती थी याद मैं जो, करती थी प्यार तुमसे,
चाहोगे ढूंढना भी उसे, पर वो कही नहीं हूँ।
तेरे होने ना होने से, अब फ़र्क़ नहीं पड़ता,
अब मैं बदल गई हूँ, पर तुम्हारे लिए नहीं हूँ।-
नाजूक अन् हळवं असतं मन,
त्याला जपता आलं पाहिजे!
शब्द नसलेले पुस्तक जणू ते,
त्याला ओळखता आलं पाहिजे!
क्षणात कळतं मनातलं पण,
मन वाचता आलं पाहिजे!
वेळोवेळी ओझ्यातून मनाला,
रिक्त ही करता आलं पाहिजे!-