जानते है इसके बाद
वो खुद मर जायेगे
बेचैनी,घुटन और
पश्च्याताप से,
इसलिए कुछ लोग,
धोखा खाना स्वीकार करते हैं,
धोखा देना नहीं ...।।-
हौसले ख़ुद जिनके आसमां तक जाते है
इस हद तक गिरना मुमकिन नही मरे तो मर जाये हम
किसी की मुस्कुराहट छीने और उस पर मुस्कराये हम-
एक दो रोज पहले का कुछ याद नहीं आता
उतने पर भी एक शख्श ज़ेहन से नही जाता
-
उसने मेरी
लाख कोशिशों,
और
बहुत अगर-मगर के बाद
पूछा
क्या य़किंनन
हम
नाटकों से छूटेगे
तो जीवन में लौट आयेगें-
ख़्वाब किसी का कोई कुचलना मत जाने किस ख़्वाब को
किसका घर गिरवी है किसने खेत-ओ-खलिहान बेचे है-
सबसे ज़्यादा तरक्की
जो कहीं दर्ज नहीं
वो हिस्से आती है पैसो के
वही पैसे जो इजात हुए
इंसानों द्वारा
चीज़े खरीदने को
तरक्की करके
इंसानों को खरीदने लगे ।।-
मत घबराओं
मत करो तुलना....
हक़ीकत उतना
नहीं जी रहे .......
जितना दिखा रहे है लोग।।-
मात्र वही
जीवित है
जो व्यवहार में
बच्चे
और
फैसलों में वृद्ध है-
वही........
जो हमें कहा जाता है
हम वही सबसे कम है
हाँ
मनुष्य ......।।-
वो जो तुम्हे जैसे हो
वैसा स्वीकार करे
फिर बनता है तुम्हारा
उसके अनुसार
खुद को बदलना
क्योंकि वो असल हकदार है
तुम्हारे दोगुने प्रेम,
फिक्र ओर सम्मान के......।।-