"Aaj khyaal aya ke aaj kuchh likh leta hu
Ye khayal ata hai, jab teri tasveer dekh leta hoon
Yun to koi dard baaki ab rha nahi tere jaane ka
Bas ye baat kah kar main roj sharaab pi leta hoon"-
"तेरे चेहरे की सदके किये हमनें, सुबह के सूरज शाम के चाँद को भूलकर
तेरी यादों को भी जिया है हमनें, पहलु ऐ फ़िज़ा में झूलकर
ये नदिया, ये सागर ये बरसते सावन की औकात तो देखो
ये धरती चूमते है तेरा ही एक हुकूम लेकर"
"कल चाँद मिला था राहों में अमावस का,
पूछ रहा था तेरा पता,
आधा मास लगा तेरा घर ढूंढ़ने में उसको
पर मिली तुम तो वो ख़ुशी से चमक रहा था,
चमक उसकी रौशन कर रहीं थी आशिक़ों के दिल को
और शायरों की कलम को जैसे स्याही मिल गयी हो
वहीं रौशनी जला रहीं थी हिज्र की आग को
और ज़िस्म जला रहीं थी, दूर बैठे प्रेमियों का
वो तुम थी की हवा थी किसी नदी किनारे से आती हुई
नम सी वो, किसी की याद हो दिल में जैसे
पर सुकून है के तुम पास हो, आती हो लम्हा दर लम्हा
लहरों से नाचती हुई और छू कर फिर लौट जाती हो
आओ गी इस बार तो रोक लूंगा तुझे, फिर सोचता हूँ
के रेत पर तुम कैसे ठहर पाओगी, और मन मारकर में फिर घर चला जाता हूँ,
फिर मिलता है वो ही चाँद अमावस का राह में,
फिर करते है हम दोनों मिलकर आधा मास इंतज़ार तेरे आने का-
मेरा रहबर अब मेरे पास नहीं है, ऐसा नहीं के वो मेरे साथ नहीं है
बैठे इंकार दरिया के अब हम बड़े सुकून से, ऐसा भी नहीं है के अब हमें प्यास नहीं है"
"Khauf ki baat na kar mujhse ae mere raqeeb
Mujhe dar zindagi se hai, dar maut ka tere naseeb"-
बंजर सी दुनियाँ मेरी,
सपनों में हस्ती दुनियाँ मेरी
एक ख़्वाब हो, एक आवाज़ हो
खुशियों का समाज हो!
गूँज उठे सोए हुऐ सारे ख़्वाब मेरे
मिल जाए मुझे राह और सारे जवाब मेरे
एक
1. शिक्षा जानता का अधिकार है, जानता का हक़ है
सरकार की जिम्मेदारी है, उन्नति बेशक़ !
2. शिक्षा जनतंत्र का आधार, जानता का अधिकार!
3. जानता को शिक्षा की हक़दारी, सरकार की ज़िम्मेदारी!
4. शिक्षा मेरा हक़ है, एक उज्जवल भविष्य मेरी चाहत
सरकार का साथ है, और मेरी मेहनत!
5. सरकार की ज़िम्मेदारी, शिक्षित हो जानता सारी!
"Awaargi se haara hoon main,
fitrat khanabadoshi ab meri
Baadal sa banjara hoon main
Kismat sarfaroshi ab meri"-
Marz kya hai Raahi,
har shaksh kyun juda sa lagta hai
Harz kya hai Raahi,
Wo ek shakhsh kyun khuda sa lagta hai.-
"Ek zamaane se hum haath mai jaam liye baithey hain
Be'asar paimane hai saaqi, mehboob nasha tamaam liye baithey hain"-
"फिरसे जीने की आरज़ू थी दिल को, फिरसे धड़कने का अरमान है
फिरसे हुस्न की जुस्तज़ू थी इश्क़ को, फिरसे तड़पने का फरमान है"-
"तेरे इश्क़ में आबाद है हम, तेरे इश्क़ में बर्बाद है
अक़्सर इश्क़ में शाहीन है दिल, हुस्न अक़्सर सय्याद है"-
"मैं रंग शराब का बदल कर पीता हूँ
टूटे हर ख़्वाब को तेरी याद में सीताँ हूँ
फ़िज़ा में फ़क़त रंग-ऐ-हिज्र ही उड़े तो क्या
तेरा दिया एक रंग मैं हर रंग में जीता हूँ"-
"बड़ी मुद्दत हुई है सुकून मिले हुऐ
बड़ी शिद्दत से मुझे तेरा इंतज़ार है"-