बड़ा मुश्किल था वो, समय जो बीत गया,
क्या पता और भी मुश्किल हो,
आने वाला समय नया..
लड़ना तो है, कोई सवाल ही नहीं,
भिड़ना तो है, कोई मलाल भी नहीं,
संघर्ष रो कर या हंस कर होगा,
चयन बस इतना ही होगा..
है बेशक रात घनघोर अंधेरी,
और चाहे कोई साथ भी नहीं,
सबेरा जो ना होने दे,
ऐसी अंधेरों की औकात भी नहीं,
मुझ को तो बस,
इतना सा करना है,
जो भी आएं मुश्किलें,
मुझ को तो बस, लड़ना है,
मुझ को तो बस लड़ना है..!!
-