ये मौसम अँधकारों का है
हाड़ की कंपकंपाहट को प्रकाश ने थरथर किया
जीवन की सीलन सूखकर, स्वयं पर से
परत बन उखड़ने लगी
झरने लगी,
आँख से, दीवारों की
कोई
कहानी पुरानी ...
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अश्वमेध
(आँचल)
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Theta stage ... और Ether!
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19 JUN AT 21:18