दुग्धमेखला फीकी न रहे
तुमने हौले से रहस्य फुसफुसाया और
प्रेम ने
कई आकाशगंगाओं तक इन्द्रधनुष बनाए
मैं तुम्हारे पंजों पर अडिग हूँ ...
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Theta stage ... और Ether + Photon!
This is my another Poetry Page
@AanchalPoetry
दुग्धमेखला फीकी न रहे
तुमने हौले से रहस्य फुसफुसाया और
प्रेम ने
कई आकाशगंगाओं तक इन्द्रधनुष बनाए
मैं तुम्हारे पंजों पर अडिग हूँ ...
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ये मौसम अँधकारों का है
हाड़ की कंपकंपाहट को प्रकाश ने थरथर किया
जीवन की सीलन सूखकर, स्वयं पर से
परत बन उखड़ने लगी
झरने लगी,
आँख से, दीवारों की
कोई
कहानी पुरानी ...
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