सांस सारी की ही सारी दिल में अटकी रह गई,
दिल के हर अरमान की दरिया सी जाने बह गई,
आखों में मंजर पागलों सा चल रहा था खौफ का,
दूल्हे को दुल्हन जब भरे बाजार भईया कह गई।-
मंजूर है मुझको तुम्हारी जो कही हर बात भी,
मंजूर है काले दिवस , मंजूर कली रात भी,
जो हैसियत रखता हूं मैं, रहना मुझे मालूम है,
पर साहब तुम देखना अपनी जरा औकात भी।-
सब , चेहरे से ही जानते हैं मुझे बस,
मैं दिल मेरा उनको, दिखा दूं तो क्या हो,
जो, शिद्दत से चाहें कि रोता रहूं मैं,
जो एक बार भी, मुस्कुरा दूं तो क्या हो।-
अगर मुमकिन हो तुम्हारे लिए,
तुम्हारा हर फैसला मंजूर है मुझे,
भले ही घूमूं उम्र भर सहारे लिए।-
मगर इतनी भी ज़िंदगी आसान नहीं है,
मेला तो नहीं है ये खुली हुई हंसी का ,
मगर फिर भी ये खुशियों का शमशान नहीं है।-
ज़िंदगी की हकीकत,ज़िंदगी ने दिखाई है,
वक्त का मरहम हर मर्ज की दवाई है।-
कि अहसास करा दूं गा।
जो आज याद भी नहीं तेरी,
वो खुद को प्यास करा दूंगा।
तू आज भले मुझको सोंचे,
कि केवल एक भरम ही हूं,
पर वादा है मेरे इश्क का मै,
तुझको अहसास करा दूंगा
थोड़ा सा इंतजार और,
एक घड़ी भी फिर वो आएगी।
इस पत्थर को ही तू अपने,
कोमल से दिल में पाएगी।
वक्त थमा होगा दिनमे,
करवट में रातें बदलें गी।
वो पल भी दे गा दर्द तुझे,
जो मेरे बिना बताए गी।-
अजी हम भी कहां,
जिंदगी को खफा करते हैं
गहरी सांस लेकर ,
कमबखत को दफा करते हैं।-
हर रास्ता एक आग है,
मंजिल से ज्यादा गम मिलें,जो ना मिले तो दाग है।
कुछ ख्वाब की कुर्बानियां,कुछ हसरतों के दम दिए,
बलिदान कुछ खुशियां हुईं,और कुछ दिलों के भ्रम दिए।
पर रास्ता ये कुछ अलग,और कुछ अलग ये राज़ है,
ज़िन्दगी के एक सफ़र का,एक नया आगाज़ है ।
दिलचस्प है दिल का सफर,कि हिम्मतें हिलती नहीं,
चल ही रहा इस पथ पे मैं,पर मंजिलें मिलती नहीं।-