A befitting night
for the honey mooners
but an Inferno for
the love lorn
lovers and beloveds-
ashok sahni
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Joined 27 May 2020
1 DEC 2022 AT 13:39
13 AUG 2022 AT 19:18
Because I want to befriend a man who does not love crowd and feels privileged to lead a solitary mode of life. That's it.
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13 AUG 2022 AT 19:12
आये भी वो तो शक़्ल दिखा कर चले गये
दिल की लगी को और बढ़ा कर चले गये
❤️अशोक साहनी ❤️-
22 JUL 2022 AT 19:08
मयकदे में जैसे लुड़के
से टूटे लोटे
इन्सान अब कहाँ हम
हम हैं फ़क़्त मुखौटे-
22 JUL 2022 AT 18:58
हम चाहतों में तेरी
बदनाम हो गये है
संसार भर के सिर
पर इल्ज़ाम हो गये हैं
मर मर के जीना जैसे
अब काम हो गये हैं-
22 JUL 2022 AT 18:54
अये दिल के दुश्मन यार मेरे
कब आओगे घर बार मेरे
मनमीत मेरे दिलदार मेरे
ओ सपनों के संसार मेरे-
22 JUL 2022 AT 18:50
इस ज़ीस्त की लम्बी राहों पर
सदमात के तपते सहरा में
जज़्बात की मारी चाहत को
बरसों की तरसती राहत का
बेजान बीमार मुहब्बत का-