मन की बात करे अज्ञानी,पढ़ा न अक्षर ढ़ाय...देखे दुनियां, निकला मुरख्,ज्ञान का पाठ पढ़ाय...! -
मन की बात करे अज्ञानी,पढ़ा न अक्षर ढ़ाय...देखे दुनियां, निकला मुरख्,ज्ञान का पाठ पढ़ाय...!
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बिकते कपडे, बिकती रोटी, बिकते मकान भी देखे है,पर ये ना सोचा था सडकोपर, ऐसे इमान भी बिकते है..! -
बिकते कपडे, बिकती रोटी, बिकते मकान भी देखे है,पर ये ना सोचा था सडकोपर, ऐसे इमान भी बिकते है..!
काय आहे, काय नाहीयाचा विचार ठेवू कशाला..?इच्छा एक, अंतिम समयीअसावी तू माझ्या उशाला...! -
काय आहे, काय नाहीयाचा विचार ठेवू कशाला..?इच्छा एक, अंतिम समयीअसावी तू माझ्या उशाला...!
मेरी पेहली मोहब्बत है तू, मेरे जीवन का हिस्सा हैदो-चार सालो की बात नही ये; जन्मो का किस्सा है...! -
मेरी पेहली मोहब्बत है तू, मेरे जीवन का हिस्सा हैदो-चार सालो की बात नही ये; जन्मो का किस्सा है...!
अब डर लगता हैं तेरे शहर में आनेसें हमको,सोचता हूँ कहीं फ़िर सें, धोका ना मिले...! -
अब डर लगता हैं तेरे शहर में आनेसें हमको,सोचता हूँ कहीं फ़िर सें, धोका ना मिले...!
क्या प्यार हैं, क्या नफ़रत ?दोनो ही बस भावों का आचरज...एक में हैं विशाल उदारतातो दूजा हैं घृणा से घिराएक पे तु चल होकर निश्चिंतएक पे तु रख् संभालकर पदक्या प्यार हैं, क्या नफ़रत ?दोनोें ही बस भावों का आचरज... -
क्या प्यार हैं, क्या नफ़रत ?दोनो ही बस भावों का आचरज...एक में हैं विशाल उदारतातो दूजा हैं घृणा से घिराएक पे तु चल होकर निश्चिंतएक पे तु रख् संभालकर पदक्या प्यार हैं, क्या नफ़रत ?दोनोें ही बस भावों का आचरज...
क्या बताऊ यारो, मेरे साथ क्या क्या हुवावो मिला, फिर मिलकर जुदा हुवा...:और मेरे चाहणे वाले,ये केहकर दिलासा देते हैं मुझको;चलो अब छोडो, जाने भी दोजो हुवा, सो हुवा...! -
क्या बताऊ यारो, मेरे साथ क्या क्या हुवावो मिला, फिर मिलकर जुदा हुवा...:और मेरे चाहणे वाले,ये केहकर दिलासा देते हैं मुझको;चलो अब छोडो, जाने भी दोजो हुवा, सो हुवा...!
तेरे बिन, हर शाम मेरी अधुरी हैं;तू हैं, तो हर कहानी पुरी हैं...! -
तेरे बिन, हर शाम मेरी अधुरी हैं;तू हैं, तो हर कहानी पुरी हैं...!
तेरा मुझमे होके भी ना होना,मुझे अधुरासा लगता हैं..इतना ख़ाली हैं दिल मेरा;के एक कोरा कागज भी अब, भरासा लगता हैं...! -
तेरा मुझमे होके भी ना होना,मुझे अधुरासा लगता हैं..इतना ख़ाली हैं दिल मेरा;के एक कोरा कागज भी अब, भरासा लगता हैं...!
कुछ पाने के लिए अब तो जैसे जादू-टोना होता हैं,ना कराऊ शॉपिंग उसे, तो रोना-धोना होता हैं...! -
कुछ पाने के लिए अब तो जैसे जादू-टोना होता हैं,ना कराऊ शॉपिंग उसे, तो रोना-धोना होता हैं...!