जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया!-
क्या समझते हो कि ख़ाली जाएगी।
हम क्या हैं वो सिर्फ़ हम ही जानते हैं,
लोग तो सिर्फ़ हमारे बारे में अंदाजा लगा सकते हैं !!-
ज़मीर ज़िंदा रख,
कबीर ज़िंदा रख!
सुल्तान भी बन जाए तो,
दिल में फ़क़ीर ज़िंदा रख!!
हौसले के तरकश में,
कोशिश का वो तीर ज़िंदा रख!
हार जा चाहे जिन्दगी में सब कुछ,
मगर फिर से जीतने की वो उम्मीद ज़िंदा रख!!-
ना मंदिर जाते हैं, ना मदीना जाते हैं।
हम doctar हैं, अस्पताल के सिवा कही नही जाते हैं।
ना पूजा करते हैं, ना अदा कोई नमाज़ करते हैं।
हम doctar हैं, खुदा के बन्दों का इलाज़ करते हैं।
ना गाने सुना करते हैं, ना गज़ले सुना करते हैं।
हम doctar हैं, दिलों की धड़कने सुना करते हैं।
अनजान लोगों के दुःख-दर्द कुछ ऐसे पहचान लेते हैं।
हम doctar हैं, नब्ज़ टटोलकर सब हाल जान लेते हैं।
ना गीता, ना बाइबिल, ना क़ुरान के लिए लड़ते हैं।
हम doctar है, विल्लियम्स नॉवाक, हैरिसन पढ़ते हैं।
ना डिस्को में जाते हैं हम, ना डेट पे जाते हैं।
हम doctar हैं, अक़्सर घर देर से जाते हैं।
खुद ही कहानी लिखते हैं और खुद ही डायरेक्टर होते हैं।
हम doctar हैं, हमारे अपने परदे, अपने थिएटर होते हैं।
हसरतें हूबहू हैं, ख़ुदा नहीं, हम भी बनना इंसान भला चाहते हैं।
हम doctar हैं, चाहे कुछ भी हो अपने रोगी का भला चाहते हैं।
ना खाकी पे एतबार हैं, ना खद्दर पे इतना भरोसा करते हैं।
हम doctar हैं, लोग हमारे scalpel पे कितना भरोसा करते हैं।
इश्क़-महरूनी, सर्द-ग़ुलाबी और धानी हम पर सब रँग फ़ब लेते हैं।
हम doctar हैं, सफ़ेद एप्रिन के नीचे, जीवन के सब रंग ढक लेते हैं।
हिन्दू भी खड़ा रहता हैं, मुस्लिम भी खड़ा रहता हैं।
ये doctar का दिल हैं, इंसानियत भीतर रहती हैं, मज़हब बाहर खड़ा रहता हैं।
Proud to be a Doctor 👨🏼⚕👨⚕-
जिसको गुस्सा आता हैं न साहेब,
वे ज्यादातर सच्चे होते हैं !!
मैंने अक्सर झूठे लोगों को हंसते देखा हैं !!-
सलीक़ा अदब का तो बरकरार रखिये जनाब,
रंज़िशें अपनी जगह हैं, सलाम अपनी जगह।।-
पहले भी हम थे,
कल भी हम ही रहेंगे,
ना हमारी कोई जगह ले सकेगा,
ना हम उसे अपनी जगह लेने देंगे।-
जहाँ मेरी अहमियत नहीं हो ना,
वहां जाना बन्द कर देता हूँ।
चाहे वो किसी का घर हो
या चाहे किसी का दिल।।
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