इकरार ऐ मोहब्बत कर तो लूं तुझसे
तू ता उम्र साथ निभाने का वादा जो करे-
That's all for you to know
Love to read as well as write ,
Jo kah nahi p... read more
कौन होते हो तुम , जो खुद ही बेड़ियां बनाकर हम आजाद करने का स्वांग रचते हो
बेच डाली है अपनी इंसानियत कौड़ियों के भाव , या अब भी कुछ शर्म बचा के रखते हो-
हमकों मां बहनों की गालियां देकर , हमीं से अपनी मां बहनों की इज्जत करवाना चाहते है ,
या खुदा ये कैसी जात बनाई है मर्द की , कैसे ये एक साथ दो चेहरे रख पाते है ।-
एक छोटी सी पाती उनके नाम जिनसे एक रिश्ता सा जुड़ गया है ,........
तो सुनो , अब लेती हू विदा कुछ वक्त की , एक अच्छे वक्त की तलाश में ,
फिर आया वक्त तो बाते होंगी फिर मुलाकात होगी।
चाहती हूं, कुछ कर गुजर जाना अपनों के लिए , सपनों के लिए......
समझ जाना मेरी मजबूरी को , फिर मिलेंगे तो महफिलों की रात होगी ।
जो आपकी यादें साथ होंगी इस सफर में ...तो क्या ही बात होगी ।
दुआ करना कामयाबी की , क्युकी मेरी हर कामयाबी आपके लिए आपके साथ होगी ।
अलविदा ।
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भागती सी जिंदगी में दो पल का खूबसूरत विराम हो तुम
लाखो परेशानियों मे उलझे मेरे दिल का आराम हो तुम
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मेरी बात सुन ,
कभी कभी वो नही होता जो हम सोचते है , समझते है , उम्मीद करते है ,
हो जाता है ऐसा भी कई बार जिस सहम बोहोत डरते है
जो भी हुआ वो मैने सोचा नहीं था ,
समझा नही था , तेरा गुस्सा जायज है मुझपे
लेकिन ये भी बात सच है की तुझे देखा तो .....
लगा जैसे यही प्यार था ....
तू खूबसूरत है दिल से भी और सूरत से
मेरी बात मान समझ मेरी मजबूरी को ,
दिल से देख मेरी हालत को और प्यार मान इस दूरी को।
रूठ जाना नही मुझसे , देना मौका मुझे फिर से
फिर से मिलेंगे हम , दुनिया को पीछे छोड़ के
इंतजार रहेगा मुझे तेरा एक बार फिर से-