कुछ रिश्तों को नाम ना दिया जाए तो अच्छा है..
कुछ कहानियाँ अधूरी ही रह जाए तो अच्छा है..
अंदर के खाली पन को भरने की जरुरत ही नहीं,
टूटे हुए को टूटा ही रहने दिया जाए तो अच्छा है..
इस ज़माने के उसूलों पर चलना नहीं आता हमें,
हमें अपनी तरह से रहने दिया जाए तो अच्छा है..
सफलता-असफलता की दौड़ में लग गए है सब,
इन बेड़ियों को खोल कर जिया जाए तो अच्छा है..
इरादों को तामिल करने की कोशिश कर अशोक,
बेतुकी बातें नज़रअंदाज किया जाए तो अच्छा है..
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