Ashish Tripathi   (Ashish Tripathi)
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An IITian
An M.Tech student
A Mechanical guy
Writer by sun rising enthusiasm.
Joined 31 January 2018


An IITian
An M.Tech student
A Mechanical guy
Writer by sun rising enthusiasm.
Joined 31 January 2018
25 FEB 2023 AT 1:41

तुम क्यों नहीं कहते, मेरे लिये चाँद तोड़ लाओ ।
विचित्र ही सही, अधूरे ख़्वाब तो बताओ ॥
माना सब बातें हैं, बस बातों की ।
छोटी कहानियाँ, कुछ अनकहे ज़स्बातों की ॥
मैं तो कहता हूँ, तुम आज सब कह जाओ ।
पूरे मुझसे होंगे नहीं, पर तुम तो अपने अरमान सुनाओ ॥

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15 FEB 2023 AT 18:15

हज़ारों इज़हार-ए-इश्क़ और सैकड़ों के दिल टूटे
किसी को आशिक़ तो किसी को काबिल-ए-ऐतबार पसंद है ।
हमने कब का छोड़ दिया ये बचपना, काम के चक्कर में
कारोबार-ए-दुनिया में साहब! हर को रईसी मिज़ाज पसंद है ॥

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15 FEB 2023 AT 1:26

स्पष्ट तो पता नहीं, पर जाने क्यों हैं अकेले
हर सुबह सोचता हूँ, नास्ते में सेब लूँ या केले ।
सिर्फ़ एक ही चाहत है, इंतज़ार ख़त्म हो जाये
ये ज़िंदगी रश्मिमय हो और शाम ढल जाए ॥

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30 DEC 2022 AT 13:02

आरोप है मुझ पर, एकांत चाहता हूँ ।
बेवक़्त बेमतलब की हाल माँगता हूँ ॥
किया है गुनाह-ए-इश्क़, जो चाहो दंड दो ।
कड़वे वचन ही कहो पर मौन त्याग दो ॥

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28 DEC 2022 AT 1:19

बिजली में दौड़ती करेंट हो तुम ।
खिले जीवन के अस्तित्व का सेंट हो तुम ॥
अपना वोल्टेज जरा बरकरार रखना ।
मेरी धड़कन में साँसो का एक्सीडेंट हो तुम ॥

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27 DEC 2022 AT 21:32

कौन कहता समय नहीं अब, फूल खिलने के
भू लिपट चाटते हैं तल को, गुजरे कदमों के ।
है चाह तेरी साँस में, अपनी भी इक साँस दूँ
आसक्ति तेरी राग में, क्या प्रेम इसको नाम दूँ ॥

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22 FEB 2020 AT 14:58

सोचा ना था कभी इस भूत का साया पड़ेगा मुझपे
तेरी रोज़ के इश्क़-ए-इमतहां ने आशिक़ बना दिया

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22 FEB 2020 AT 14:50

माना बहुत रहे खूबसूरत लम्हे तेरी ज़िंदगी में ।
पर ये मतलब तो नहीं, तूने सारे जी लिए !
मेरे नाम तो कर इक बार मुक़द्दर-ए-ज़िंदगी
खुद मिटकर तू हो जाऊँगा
तेरे दर्द-ए-दिल भुलाने के लिए ।।

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30 NOV 2019 AT 14:35

इस सिद्दत की चाह में, तेरी चाहत बेबसी सी है ।
तन्हाई तो पहले भी थी, पर थोड़ी अब बढ़ी सी है।।

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16 FEB 2019 AT 21:12

Why do you care about the attack they will make
Care about family finances of martyr's for sake
Don't show patriotism and jumble up your emotion
Be brave and support their family to give some motion
Since you can't be a part of their strategy
Do up to what you can, don't spend energy.




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