जैसे गेहूं के साथ घुन पिसता है।वैसे ही वोटो के खातिर आम आदमी मिटता है।। - आशीष श्रीवास्तव
जैसे गेहूं के साथ घुन पिसता है।वैसे ही वोटो के खातिर आम आदमी मिटता है।।
- आशीष श्रीवास्तव