2 MAY 2018 AT 12:34

अब अर्सों से "मैंने" शीशा नहीं देखा,
तुम कहती हो न बहुत खूब दिखते हो,

और

बरसों से मैंने "शीशा" नहीं खोला,
तुम कहती हो न आँखों में झांक लिया करो,


---@शीष---

- मृत्यु