Ashish Negi   (Ashu Writes)
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Joined 5 September 2017


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18 OCT 2021 AT 23:50

"हम दोनों मिले भी सर्द मौसम में,
और बिछड़े भी सर्द मौसम में..
शायद इसीलिए अब ये सर्द मौसम,
हमेशा उदासी में ही गुजरता है..!! "

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26 AUG 2021 AT 20:19

खूबियों में खामियाँ तो हर कोई ढूँढता है,
किसी ऐसे की तलाश है,
जो मेरी खामियों में भी खूबियां ढूँढे...

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7 AUG 2021 AT 14:28

सर्द अकेली रातों में,
बेपनाह बरस पड़ी बारिशों में,
न जाने क्यों आज भी,
तुम्हारी कमी खलती रहती है.!

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7 AUG 2021 AT 14:08

"चलो मान लिया,
कि बदल गयी तुम!
बदलते मौसम की तरह,
पर बदला हुआ मौसम,
लौटकर फ़िर वापस,
आता भी तो है.! "

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6 AUG 2021 AT 23:35

"लब पर आकर रुके हुए,
वो ढ़ाई हर्फ़ अब किसे कहूँ,
जिनसे कहने थे,
उनसे अब बात होती नहीं.! "

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18 MAR 2021 AT 19:39

"दुनिया की इस भीड़ का,
महज़ एक हिस्सा ही तो हूँ,
अब तुम्हारी कहानी का,
बस एक किस्सा ही तो हूँ "

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23 FEB 2021 AT 21:56

"मोहब्बत बुरी है,
बुरी है मोहब्बत,
कहे जा रहे हैं,
किये जा रहे हैं,
तुमपे हम तो मरे जा रहे हैं,
मिटने की ज़िद किये जा रहे हैं,
मिटने की ज़िद किये जा रहे हैं.."

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16 FEB 2021 AT 19:26

किसे कुछ खबर?
कि ये मासूम सा चेहरा,
मन ही मन में क्या-क्या ख्वाब
बुन रहा है?
कोई है ही नहीं
जो उसे समझ सके,
कोई तो हो
जो उससे उसका हाल पूछे,
उसे अकेलापन महसूस न होने दे...

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2 DEC 2020 AT 23:39

"न जाने कितने रोज़े बीत गये,
पर अभी तक मेरी ईद नहीं आयी,
अब जिस भी दिन मुझे मेरे चाँद का,
पूरी तरह से दीदार होगा,
बस समझ लेना,
कि मेरी ईद उस दिन
मुकम्मल हो गयी... "

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27 NOV 2020 AT 22:54

"उसका यूँ अचानक से रूठकर,
हमेशा के लिए मुझे छोड़कर चला जाना,
मुझे एक अलग ही पहचान दे गया...
न जाने क्यों अब ,
लबों पे हमेशा,
एक हल्की सी नाख़ुश मुस्कान,
और दिल मानो बेजान सा रहता है..
कुछ तो बात रही होगी उसमें,
जिसके कारण मेरा हाल ऐसा हो गया..!! "

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