वास्तव में जब अजनबी थे .. तब खूश थे......,
ना मिलने का मौका होता
ना ही दूर होने का दुख होता,
काश अजनबी होते तो अच्छा होता
बात बात पर फिक्र करने कि ना ही आदत होती,
और ना ही दिल्लगी में इतना तडपना होता..,
अजनबी होते तो वाकही अचछा होता ,
कुछ जवाबो के इंतजार में राते काली किया ना करते...,
तू ना होती तो ये दिल हमेशा सुकून से सोता..
काश अजनबी होते तो अच्छा होता ,
कहने को तो पल भर मैं लपजो से कह देता तुम्हे,
लेकिन इतना भी प्यार मेरा सस्ता न था
काश अजनबी होते तो अच्छा होता...!
चलो फिर से हम वही दौर मे खड़े है..
जहाँ सब महफिले हसीन थी..., बस हम _ तुम थे अजनबी..!
Ashish_narwal.... ✍️
-