गुरु अपनी देह में सांस लेता है,
लेकिन जीता वो शिष्य के सफलता में है।-
अंतर में विश्वास जगाओ !
चलो न मिटते पथ चिह्नों पर
अपने रास्ते आप बना... read more
इस शहर में तुम्हें सब कुछ मिलेगा,
सिवाय गुनाहगार के।
दीमक को भी दीपक पढ़ाया जाएगा,
दोगलो के दरबार में।-
किसी रास्ते की मूरत, किसी गावँ का पीपल हो गए हैं,
फरियादी आते तो बहुत है पर कुछ ही देर के लिए।-
वो तुम्हें घूर रहा है,
तुम उसे घूरो, तब तक,
जब तक उसे तुम्हारी नजर में डर न दिखे,
क्योंकि तुम अगर भागें,
तो वो तुम्हारे अंदर बस जाएगा,
हमेशा के लिए,
डर जाना इससे बेहतर है लड़ जाना।-
जीवन एक दर्पण है,
जिसमे रंग, रूप और आकार नही,
मन, कर्म, वचन और जीवन दर्शन का प्रतिबिंब प्रदर्शित होता है।-
निराश को दर्शाता ये शब्द- 'काश'
कहीं न कहीं अपने अंदर उम्मीद भी लिए कमी और पूर्ति के बीच मे पलता रहता है।
और मनुष्य इसके सहारे जीवन के सुख दुःख में डूबते और पार होता रहते है.....-
सबका यही कहना होता है,
बुरा वक्त है गुजर जाएगा,
जानता तो मैं भी हूँ।
लेकिन कैसे गुजर रहा है?
क्या गुजर रही है?
ये कोई नहीं जानता।-
जिंदगी के खूबसूरत पलों का एक हिस्सा ये भी रहा कि सब कुछ अपरिचित था मैं, वो, शहर, सफ़र और ज़िंदगी। सफ़र का दौर था शहर से पहचान हुई, ज़िंदगी का सफ़र था उनसे पहचान हुई, उनका सफ़र था उनकी मुझसे पहचान हुई फिर क्या था ज़िंदगी में सपने, सपनों में अपने और अपनों के लिए जीते हम।
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संवाद के लिए शब्द जरूरी है
मौन की भाषा में संवाद होते समय
अश्रु शब्द बन कर निकल आते है।-