Ashish Kumar shukla(✍)   (Kumar Ashish)
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Joined 27 March 2020


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Joined 27 March 2020
6 OCT 2022 AT 10:07

रहता हूं अभिमान में ना किसी ने कभी मुझे आंखें दिखाई,
मेरे भाइयों के रहते मुझ पर कभी भी कोई समस्या नहीं आई।

© आशीष कुमार शुक्ला
Brotherhood,Love,Respect,Proud 🙏🏻😎🙏🏻

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4 SEP 2022 AT 0:46

हम जिसको अपना समझते रहे उसने अपनाया नहीं।
ऐसा कोई अपना मिला नहीं जिसने हमें सताया नहीं,

© आशीष कुमार शुक्ला

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25 AUG 2022 AT 11:40

दुनिया हमको अज्ञानी,अभिमानी और अभिलाषी बोले,
अपनी कृपा से इस दास का भी कल्याण कर दो भोले।

© आशीष कुमार शुक्ला

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23 AUG 2022 AT 22:32

कभी मेरे अज़ीज़ थे जिन्होंने हमको अब बहुत सताए हैं,
जिनके लिए ख़ुद उदास रहकर अपनी खुशियां लुटाएं हैं।

अपनों की तो बात छोड़ो हमने गैरों को भी अपनाएं हैं,
लेकिन मेरे हर अपनों ने सिर्फ मुझे सपने ही दिखाएं हैं।

आदत थी चाहत थी थोड़ा सा प्यार मिले मुझको कभी,
लेकिन हर बार मेरे दामन में सिर्फ नफ़रत ही आएं हैं।

अब अपने आप को मैं लाख बदलना चाहता हूं लेकिन,
लगता अभी भी मेरे ऊपर उसकी यादों के काले साए हैं।

© आशीष कुमार शुक्ला

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4 AUG 2022 AT 22:30

हर दिन मुझे आंसुओं की
सौगात दे जाती हो तुम,
जितना भूलना चाहता हूं
उतना याद आती हो तुम।

सलामत रहे मेरे सर की
झूठी कसम खाने वाली,
भले ही मेरे बुरे वक्त में
साहब वो हर बार रही गुम।

अब इस तरह बद से बदतर
करके हालात मेरे,
सुख और चैन से कभी भी
ना रह पाओगी तुम।

© आशीष कुमार शुक्ला

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26 JUL 2022 AT 23:25

शौक नहीं दौलत का अपनों के दिल में गुज़ारा चाहिए,
मां बाप को बुढ़ापे में सिर्फ़ औलाद का सहारा चाहिए।

© आशीष कुमार शुक्ला

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22 JUL 2022 AT 12:08

कम कर दी है परवाह उसकी नहीं करता मैं उससे प्यार,
अब मेरी पहली प्राथमिकता मेरे माता पिता,घर परिवार।

© आशीष कुमार शुक्ला

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12 JUL 2022 AT 0:36

हाथों में हाथ होकर भी एक‌ साथ नहीं हो पाए,
उसको दिल से भूलाने के जज़्बात नहीं हो पाए।

चाहता था कि वो आकर समझौता कर ले मुझसे,
मैंने कोशिशें बहुत की लेकिन बात नहीं हो पाए।

उसे पछतावा हो एहसास हो अपनी गलतियों का,
वह तड़प कर रोना चाहे लेकिन कभी ना रो पाए।

तबाह कर दी उसने मेरी अच्छी खासी जिंदगी,
बदुआ है उसे कि वह कभी ना चैन से सो पाए।

© आशीष कुमार शुक्ला

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11 JUL 2022 AT 10:49

कमियां निकालकर सब आपको गलत बताने वाले हैं,
आंसूओं को पोंछकर लोग फ़िर से तुम्हें रुलाने वाले हैं।

मज़बूरी का फायदा लेकर ये सब सिर्फ़ सताने वाले हैं,
किसी ने कहा था मुझसे कि अच्छे दिन आने वाले हैं।

© आशीष कुमार शुक्ला

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10 JUL 2022 AT 2:33

उस दिन मेरी मोहब्बत का सबाब होगा,
जिस दिन उसके गुनाहों का हिसाब होगा।

© आशीष कुमार शुक्ला

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