मेरे भारत के मतदाता,
तुम्ही देश के भाग्य विधाता।
किसी के बहकावे में न आना,
लालच, छल में न घिर जाना।
जाति, धर्म से ऊपर उठकर,
अपने मत से देश चलाना।
संविधान ने दी है ये ताकत हम सबको,
आया समय अब अपना फ़र्ज़ निभाओ।
हर एक मत के सही निर्णय से,
नए भारत का कल सजाओ।
मेरे देश की शक्ति तुम हो,
नए भारत का भविष्य तुम हो।
अपने मत की ताकत को पहचानो,
विकसित भारत की बुनियाद डालो ।
मेरे भारत के मतदाता,
तुम्ही देश के भाग्य विधाता।
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