मुझे तुझमें इस कदर खोना है..
की तेरी बाहों में मुझे बच्चे सा होना है..
कोई मोहब्बत से देखे उस चांद को..
की मुझे तो उस चांद के आंखों में होना है..
मेरी उलझन हो तो सुलझा दो..
मुझसे नाराज़गी हो तो भुला दो..
मैं चाहूं बस तेरी बाहों का घेरा..
मुझे तो बस तेरे रूह के चादर में सोना है..
हां मुझे इस कदर तुझमें खोना है..
की तेरी बाहों में मुझे बच्चे सा होना है..-
Here you may listen the voice of silence..
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जिसपर आकर ख़त्म हो जाए वो तलाश हो तुम..
हर पल जो हसीन हो वो एहसास हो तुम..
जिसे खोने से मैं डरूं वो मेरी सांस हो तुम..
जिसकी मोहब्बत में मैं सिमटना चाहूं वो लिबास हो तुम..
जिसे चांद भी देखकर जल जाए जो मेरे पास हो तुम..
तेरे होने का ही तो असर है जो मैं यूं चहक उठा हूं..
वजह पूछो तो बस इतना कहूंगा..
की मेरे लिए इस कदर खास हो तुम..
जिसपर आकर ख़त्म हो जाए वो तलाश हो तुम..-
प्यार की थोड़ी सी चाहत तो मैं भी रखता हूं..
उसकी इबादत में थोड़ी सी दुआओं का हक तो मैं भी रखता हूं..
हो भले ही दूरियां इस रिश्ते में अब तलक..
मगर प्यार के दो मीठे बोल की चाहत तो मैं भी रखता हूं..
तुम कहो तो बना लूं समंदर इन आंखों को..
तुम कहो तो तेरे सजदे में ये सर भी झुकाऊं...
हो जाती है नादानियां माना मुझसे भी कभी...
मगर मेरे रूठने पर तेरे मानने की ख्वाहिश तो मैं भी रखता हूं..
माना मैं नहीं हूं पास तेरे..
मगर दूर से ही सही..
तेरे प्यार की थोड़ी सी चाहत तो मैं भी रखता हूं..-
न जाने क्यों मैं तेरे दर्द पर मरहम ना बन पाऊं..
न जाने क्यों मैं तुझसे ही अपने जज़्बात ना कह पाऊं..
तू तड़पता है खुद में ही कैद सा होकर..
की यहां मैं खुली दुनिया में भी ना चैन से रह पाऊं..
तू कह तो सही तू क्या चाहता है..
तू कह तो सही तू क्या चाहता है..
की मेरे बस में जो हो तो..
मैं खुदा से भी छीन कर तेरे सजदे में ले आऊं..-
Happy Valantine day..My Love💝
कुछ मंजिलों के रास्ते खूबसूरत होते हैं..
तो कुछ रास्तों की मंजिलें हसीन होती हैं..
अगर तेरा साथ मिल जाए मुझे..
तो सच कहता हूं..
मेरा हर रास्ता खूबसूरत होगा..
और हर मंजिल हसीन..
💝😘💝-
Happy Rose Day...My Love...💝
इस गुलाब की तरह तेरी सांसों को मेहकाऊं मैं..
तू क्या चाहती है..तेरे बिना बोले ही कर जाऊं मैं..
मेरी अब ख्वाहिश बस इतनी है..
की तेरे आगोश में आकर तेरी रूह को छू जाऊं मैं..
डूब जाऊं मैं तुझमें इस कदर..
की बीच दरिया से तुझे किनारों पर ले आऊं मैं..
हो जाऊं मैं बस तेरा होकर..
की अब किसी और का ना हो पाऊं मैं..
मेरी अब ख्वाहिश बस इतनी है..
की तेरे आगोश में आकर तेरी रूह को छू जाऊं मैं.-
चलो ये माना की शिद्दत नहीं मेरी मोहब्बत में..
मगर इन आंसुओं को कैसे झुठलाओगे तुम..
कह दोगे ये मौसम सावन का है..
मगर अपनी रूह से कैसे छुपाओगे तुम..
अभी तो कुछ अनकही बातों की उलझनें हैं..
जो यूं चुप से बैठोगे अकेले में..
तो अपनी नाराज़गी को कैसे सुलझाओगे तुम..
जो कहीं देर हो गई एक दूसरे को मानने में..
तो इस खूबसूरत रिश्ते को कैसे बचाओगे तुम..
चलो ये माना की शिद्दत नहीं मेरी मोहब्बत में..
मगर इन आंसुओं को कैसे झुठलाओगे तुम..-
Aarzoo bas itni hai ki tujhe in baahon me bhar lu..
Tu durr hokar bhi paas ho..
Mai tujhe apne kareeb uun kr lu..
Mohabbat tujhse bepanah hai mana..
Ki hasrat ab itni hai ki tujhe duao ki tarah apni hatheli me bhar lu..
#Dedicated to my love💝-
हम अकेले में बैठे थे..
की सब्र से बात यूं हो गई..
हम उनके दीदार की राह तकते रहे..
की न जाने कब शाम ढल गया..
और रात यूं हो गई..
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Samandar ki lahron saa hai ye mera pyaar..
Ki tujhe kinaron ki tarah mai chunaa chahoon har baar..
Mana mukaddar me milna nahi hai asaan..
Ki jab tak hoon mai tere sath..
tujhse milkar naa bichadna chahun mai har baar....
वो आखिरी मुलाकात..
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