ना ख़तों में ना गुलों में ना किसी तस्वीर मेंयाद जिसकी आये उसको दिल में होना चाहिए।। - ख़ाक
ना ख़तों में ना गुलों में ना किसी तस्वीर मेंयाद जिसकी आये उसको दिल में होना चाहिए।।
- ख़ाक