24 DEC 2017 AT 14:12

किसी की बात सुननी है या उसको कुछ सुनाना है
शमा के संग जीना है या उस पर मर ही जाना है
करनी है मोहब्बत फिर या अबके डर भी जाना है
राहों में भटकना है या वापस घर को जाना है

हाँ, मैं अक्सर भूल जाता हूँ।।

- ख़ाक