कहाँ जाना है रातों में कहाँ पे दिन बिताना हैयहीं पे रह के हँसना है या कहीं रोने भी जाना हैकौन से ख़त को रखना है और किसको जलाना हैउजाले में ही रहना है या चराग़ों को बुझाना हैहाँ, मैं अक्सर भूल जाता हूँ।। - ख़ाक
कहाँ जाना है रातों में कहाँ पे दिन बिताना हैयहीं पे रह के हँसना है या कहीं रोने भी जाना हैकौन से ख़त को रखना है और किसको जलाना हैउजाले में ही रहना है या चराग़ों को बुझाना हैहाँ, मैं अक्सर भूल जाता हूँ।।
- ख़ाक