छोड़ दिया,
उसके पीछे भागना,
जो सबके पीछे भागता था।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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@ashay_saxena.25
"शादी" के बाद,
तुम्हारी चूड़ियों की "खन-खन",
मेरी "अलार्म क्लाॅक" होंगी।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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किसी "बात" का,
"झूठ" या "सच" होना,
केवल "परिस्थिति" पर,
निर्भर करता है।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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the person
involved in the
memories becomes
the memory itself.
✍Vaibhav(ashay)Saxena✍
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कुछ लोग "दिल" की "कब्र" में,
हजार "राज़" दफनातें हैं।
यह राज़ "इक रोज" उनको हम सबसे,
बहुत "दूर" ले जाते हैं।
😢😢😢😢😢😢😢
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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"मुसीबत" की "घड़ी" में,
"चंद क़दमों" की "दूरी" भी,
"मीलों" की "दूरी" से "कम" नहीं लगती है।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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"तेरा ख़्याल"
सभी "ख़्यालों" में,
सबसे "सुन्दर" है।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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कुछ चीज़ें,
"फायदे" और "नुकसान" से,
ऊपर होती हैं, उसे हम,
"इंसानियत" कहते हैं।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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"इतिहास" बनाने के लिए,
"परिवार" का "मोह",
छोड़ना पड़ता है।
✍वैभव(आशय)सक्सेना✍
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