बिन बताऐ ऐ जिन्दगी
कुछ रोज नया सिखाए है ये जिन्दगी
कुछ लम्हों को पकड़ सकते यदि
मुठ्ठी में समेट लेते वो
प्यारी सी हॅसी तेरी
गुनगूनी सी धूप में
बातो की टोकरी से
एक किस्सा सुनाती हैं ये जिन्दगी
दूर जाना फिर पास आना
बिन कहे गुदगुदाती है ये जिन्दगी
हर दिन कुछ नया दिखाती है ये जिन्दगी
बिन बताऐ सब समझाती है ये जिन्दगी
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तुम को रोज पढ़ती हूँ,
तुम को रोज लिखती, और मिटाती हूँ
ताकि नए सिरे से तेरे ... read more
कुछ तो है तेरे-मेरे दरमियाँ
कुछ अनकही बातें
कुछ अधूरी मुलाकाते
कुछ तुम कहना , कुछ हम सुन लेंगे
वो जो शाम अधूरी है , तेरे आने से पूरा हम कर लेगें
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जिंदगी के बीते पन्नों को पलटने से डरते है
हो मौजूद हर लम्हें में
उन लम्हों को फिर जीने से डरते है
Ashu❤️-
तुम तक कैसे आऊ
अपनी सरहद तोड़ न पाऊ
दूर खड़ी खुद से बाते करती जांऊ
मन की बात मन में ही दोहराओ
तुम तक बोलो,कैसे आऊ ..
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मैं तेरे आगे नहीं तेरे साथ चलना चाहती हूं
जो रोए तेरी आंखें तो मैं तेरी मुस्कान बनना चाहती हूं
जो तू मागें एक साथ मेरा तो
मैं तेरी परछाई बन उम्र गुजार देना चाहती हूं
मैं तेरी जिन्दगी का इंद्र धनुष बन जाना चाहती हूं
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जो पाया वो सोचा ना था
और जो सोचा वो अब तक ना मिला
दिल ही दिल में मलाल रह गया
लबों पर कभी मुस्कान,
आंखों से मोती बन बह गया
ज़िन्दगी में मलाल रह गया
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जो पाया वो सोचा ना था
और जो सोचा वो अब तक ना मिला
दिल ही दिल में मलाल रह गया
लबों पर कभी मुस्कान,
आंखों से मोती बन बह गया
ज़िन्दगी में मलाल रह गया-
सोचा था दर्द को छुपा लेंगे पर ये तो
सरे आम हो गए ..
आंखों के आंसू, मोती बन छलके
और दर्द का पैग़ाम बन गए ..
Ashu❤❤
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तेरी खूबियों से पहले,
तेरी कमियों से प्यार किया है
तेरी एक झलक पाने के लिए,
तेरी ही गलियों में,
ना जाने कितना इंतजार किया हैं।-