asha gupta   (आशा गुप्ता 'आशु' अंडमानी)
34 Followers · 3 Following

पत्रकार, अभिनेत्री, लेखिका, कवियित्री, थियेटर डायरेक्टर
Joined 9 October 2018


पत्रकार, अभिनेत्री, लेखिका, कवियित्री, थियेटर डायरेक्टर
Joined 9 October 2018
13 MAR AT 0:13

सुबह के आते ही गर्म धूप आंखें तरेर गई
धरा के सीने पे कितनी ही दरारें उकेर गई
इससे पहले कि रंग उड़ जाता लहू का मेरे
फाल्गुनी शाम जो उतरी तो रंग बिखेर गई

-


5 MAR AT 22:43

कतरा कतरा दिन बीता
सरक सरक कर रात
ज़र्रा ज़र्रा ढली ज़िन्दगी
रेज़ा रेज़ा जज्बात

-


28 NOV 2024 AT 21:33

मौन की परिभाषा बताओ
अव्यक्त में कुछ व्यक्त सा
और मुखर में शब्द होता है
किसी गहरे सन्नाटे के जैसा
कशमकश में बीत गया पल
किस के सिर पर बोझ धरें
इन पथराये पलों में हम
बात करें तो किससे करें

-


28 NOV 2024 AT 21:25

सुनसान थी सड़क
अंधेरा भयानक
सफेदपोश दिखा अचानक

-


28 NOV 2024 AT 20:26

ये जो मुख्तसर सी है मेरी ज़िंदगी
तेरे इश्क में
यूं लग रहा जैसे फैला आसमान है

तेरी मस्त नज़र और ये तेरा बांकपन
एक प्यास सी
दीवाने दिल की चाहतों में शुमार है

-


28 NOV 2024 AT 20:08

याद तुम्हारी
शीतल बयार सी
ज्यूं मदहोशी

-


27 NOV 2024 AT 23:24

दास्तान दिल की जान जाते तो अच्छा होता
हमने मुद्दत से तुम्हें इक ख्वाब में संजोया है
ये हकीकत भी पहचान जाते तो अच्छा होता

-


27 NOV 2024 AT 23:12

एक ख्वाब तुम्हारी आंखों का
जब मेरी आंखों का नूर बना
तब चाहत की अमरबेल चढ़ी
दिल के सूखे जंगल में
पत्ते निकले, कलियाँ चटकी
कुछ सोज रंग इतराये यूं ही
खुश्बू बिखरी, लहकी डाली
रोशन हो गया एक पल में

-


8 OCT 2024 AT 23:32

इन्तज़ार अब भी है तुम्हारा मगर प्यार नहीं
सुकून बहुत है इस दिल को, बेक़रार नहीं
ग़म से पस्त हैं और हाल भी बेहाल सा है
गनीमत तो यही है फिर भी मैं लाचार नहीं
छेड़ देता मेरे जख्म अक्सर वो आते-जाते
जानता वो भी है चींटियों की ये कतार नहीं
वक्त का चाक मिटा देता है 'आशु' सूरत
सनम की ख्वाहिश है इससे तो इन्कार नहीं

-


8 OCT 2024 AT 19:28

चाँद से उतरी कोई शफ़्फ़ाफ़ किरण
उस पर खुश्बू में घुला कोई बदन

-


Fetching asha gupta Quotes