गुण मिलने पर शादी होती है अवगुण मिलने पर दोस्ती यह ज्ञान कहां से आया आज से मे अवगुण मिलकर सिर्फ दोस्ती करूंगा -
गुण मिलने पर शादी होती है अवगुण मिलने पर दोस्ती यह ज्ञान कहां से आया आज से मे अवगुण मिलकर सिर्फ दोस्ती करूंगा
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राष्ट्रभाव सभी में निहित होता हैकेवल क्षत्रिय ही युद्ध लड़ेगाबाकी समाज के तीन वर्ण..केवल दर्शक होंगेइतिहास की अधूरी भूल -
राष्ट्रभाव सभी में निहित होता हैकेवल क्षत्रिय ही युद्ध लड़ेगाबाकी समाज के तीन वर्ण..केवल दर्शक होंगेइतिहास की अधूरी भूल
ना मंदिर ना मस्जिद ना शिवाला मेरा पावन सा कोमल मन हो तेरा सबसे मिला हूं , सबको मिला हूं ज्ञान का जब निकला है सवेरा -
ना मंदिर ना मस्जिद ना शिवाला मेरा पावन सा कोमल मन हो तेरा सबसे मिला हूं , सबको मिला हूं ज्ञान का जब निकला है सवेरा
चार लोग 13वीं पर इतना ही कहेंगे1 पूरी गर्म ले आना2 हलवा ठंडा है 3 चाय नहीं पीते दूध, मंगवा दो4 हम लेट हो रहे हैं, हमे जल्दी हमें जल्दी जाना हैजिंदगी और कुछ भी नहीं -
चार लोग 13वीं पर इतना ही कहेंगे1 पूरी गर्म ले आना2 हलवा ठंडा है 3 चाय नहीं पीते दूध, मंगवा दो4 हम लेट हो रहे हैं, हमे जल्दी हमें जल्दी जाना हैजिंदगी और कुछ भी नहीं
ओ जाने वाले फरिश्तेलौट के फिर आ जाना जमीन पे -
ओ जाने वाले फरिश्तेलौट के फिर आ जाना जमीन पे
तनहाई को तन्हाई से तन्हा करके रखा हैबस तेरी यादें इस दिल में संजोकर रखा हैबारिश में ,मैं भीगा नहीं _२पागल मन को थोड़ा व्यथित करके रखा है -
तनहाई को तन्हाई से तन्हा करके रखा हैबस तेरी यादें इस दिल में संजोकर रखा हैबारिश में ,मैं भीगा नहीं _२पागल मन को थोड़ा व्यथित करके रखा है
वो झूठ बोलकर भी मुस्कुराते हैं मैं सच बोल कर चुप हो जाता हूं -
वो झूठ बोलकर भी मुस्कुराते हैं मैं सच बोल कर चुप हो जाता हूं
सुबह-सुबह यूं दरवाजे पर मुस्कुराना ठीक नहींमस्त मगन हो मन गीत बिरह के गाना ठीक नहींसमझते हैं हर पल तुमको बेगाना_२उन्हें दिल का हाल बताना ठीक नहींअपना सारा हाल बता करकहते हो जमाना ठीक नहीं....गर्दिश में हो अगर सितारेअपनों को भूलना ठीक नहीं -
सुबह-सुबह यूं दरवाजे पर मुस्कुराना ठीक नहींमस्त मगन हो मन गीत बिरह के गाना ठीक नहींसमझते हैं हर पल तुमको बेगाना_२उन्हें दिल का हाल बताना ठीक नहींअपना सारा हाल बता करकहते हो जमाना ठीक नहीं....गर्दिश में हो अगर सितारेअपनों को भूलना ठीक नहीं
सुख नहीं ठहरता तो दुख की क्या औकात कोई नहीं सोया जहां मे गम हो या खुशी की रात सुख_ दुख ये वक्त के सिक्के हैं बदल जाएंगे_२फिर फूल खिलेंगे मधुबन में फिर होगी बरसात -
सुख नहीं ठहरता तो दुख की क्या औकात कोई नहीं सोया जहां मे गम हो या खुशी की रात सुख_ दुख ये वक्त के सिक्के हैं बदल जाएंगे_२फिर फूल खिलेंगे मधुबन में फिर होगी बरसात
जज साहब ये! अदालते सिर्फ तारीखें देती है.... मोहब्बतें नहीं -
जज साहब ये! अदालते सिर्फ तारीखें देती है.... मोहब्बतें नहीं